नैनो उर्वरक के छिड़काव के लिए अब किसान करेंगे ड्रोन का इस्तेमाल

भारतीय किसानों की मदद के लिए इफको (भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड) समय समय पर अलग अलग उर्वरक पेश करता रहता है। इसी श्रृंखला में इफको ने अपना नैनो उर्वरक पेश किया था और इसे बढ़ावा देने के लिए 2,500 कृषि ड्रोन खरीदने वाला है। बता दें कि इफको दुनिया की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारिता संस्था है।

इफको खरीदेगी 2500 कृषि ड्रोन
दरअसल, इफको ने देशभर में नैनो उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अपने राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की। इस दौरान इफको ने 2,500 कृषि-ड्रोन खरीदने का प्लान तैयार किया है। इसके साथ ही इफको ड्रोन खरीदने के साथ-साथ सहकारी समिति किसानों के खेतों तक इसे ले जाने के लिए 2,500 इलेक्ट्रिक तिपहिया (लोडर टाइप) भी खरीदने की तैयारी में है। इतना ही नहीं इस अभियान के तहत 5000 ग्रामीण उद्यमियों और किसानों को ड्रोन चलाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।

कृषि ड्रोन खरीदने का उद्देश्य
इस अभियान का प्राथमिक उद्देश्य खेतों में नैनो उर्वरकों को ड्रोन के माध्यम से छिड़काव करने का प्रशिक्षण देना है। इस अभियान के तहत 5,000 ग्रामीण उद्यमियों को नैनो उर्वरक, पानी में घुलनशील उर्वरक (डब्ल्यूएसएफ), जैव- छिड़काव के लिए ड्रोन चलाने में विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। कंपनी की मानें तो इससे न केवल कृषि की दक्षता और उत्पादकता में सुधार होगा बल्कि इससे उर्वरकों की बचत और किसानों की मेहनत भी कम होगी।

एक ड्रोन करेगा 20 एकड़ जमीन को कवर
बता दें कि ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से इफको ने यह सुनिश्चित किया है कि ये कृषि ड्रोन तकनीकी क्षमताओं, गुणवत्ता प्रक्रियाओं और सुरक्षा प्रोटोकॉल के मामले में उच्चतम उद्योग मानकों को पूरा करते हैं। इफको की मानें तो प्रत्येक कृषि ड्रोन प्रति दिन 20 एकड़ जमीन में नैनो उर्वरक और अन्य कृषि रसायनों को कवर करने की क्षमता रखता है।

इफको की मानें तो यह किसानों के लिए अत्यधिक प्रभावी और समय-कुशल समाधान बन जाएगा। इफको के मुताबिक, यह ड्रोन सटीक और नियंत्रित छिड़काव करने की क्षमता के साथ सरकार की पीएम प्रणाम योजना के अनुरूप रासायनिक उर्वरक को कम करते हुए नैनो उर्वरकों को बढ़ावा देने का काम करेगा।