फूलों की खेती और शोध कार्य के लिए ग्वालियर के नर्सरी को हरी झंडी

ग्वालियर: ग्वालियर के खुरैरी गांव में हाईटेक फ्लोरीकल्चर नर्सरी बनाने के लिए राज्य स्तरीय मंजूरी समिति ने अनुमति दे दी है, इसके लिए 13 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। इस नर्सरी में आधुनिक  तकनीक से फूलों की खेती के साथ साथ  शोध कार्य भी किया जाएगा। जिससे यहाँ पुरे साल  फूलों की खेती हो सकेगी। किसानों को खेती के नए तरीकों की जानकारी भी दी जाएगी।

यहां फूलों से रस, गुलाबजल और परफ्यूम बनाने के तरीके भी सिखाए जाएंगे। उद्यानिकी विभाग ने इस परियोजना की रूप रेखा तैयार करने के लिए  लखनऊ की एक संस्था को सौंपा है। यह परियोजना 95 बीघा जमीन पर शुरू की जाएगी, जिसमें फूलों की उन्नत किस्मों के पौधों के लिए हाईटेक नर्सरी बनाई जाएगी और फूलों की खेती के लिए पाली हाउस (शेडनेट) लगाया जाएगा।

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इसके साथ एक कार्यालय भवन और प्रशिक्षण हाल भी बनाया जाएगा, जहां जिले के किसानों को  प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक तालाब भी होगा, जिसमें कमल और अन्य जल में उगने वाले फूलों की खेती की जाएगी। पूरी परियोजना पर 13 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस फ्लोरीकल्चर नर्सरी में ग्रीन हाउस और आटोमेटिक ड्रिप इरीगेशन जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी, इस परियोजना के अंतर्गत मशीनों का इस्तेमाल और अच्छी खेती की तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा। किसानों को पौधों भी दिए जायेंगे तथा उन्नत बागवानी पद्धतियों की जानकारी दी जाएगी।

नर्सरी का बुनियादी ढांचा भी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, पौधों के रोग परीक्षण की प्रयोगशाला, बिक्री काउंटर, प्रदर्शनी क्षेत्र, चेन लिंक फेंसिंग, वर्मी-कम्पोस्टिंग इकाई आदि सुविधाएं शामिल होंगी।