छपरा के किसानों ने फूलों की खेती से बदली किस्मत

छपरा: बिहार के छपरा जिले के मढ़ौरा प्रखंड के मिर्जापुर गांव के किसान अब सब्जियों के साथ फूलों की खेती से मोटी  कमाई कर रहे हैं। यहां 8 से 10 एकड़ भूमि पर पूरे साल गेंदा फूल की खेती की जाती है। पटना, हाजीपुर और छपरा के व्यापारी यहां से ही  फूल खरीदते हैं। किसान संतोष भगत ने बताया कि वे पिछले 15 वर्षों से फूलों की खेती कर रहे हैं। उनके अनुसार फूलों की खेती से सब्जी के मुकाबले ज्यादा कमाई होती है।

एक कट्ठा जमीन पर फूल लगाने में लगभग 2 हजार रुपए की लागत आती है, लेकिन इससे 12 हजार रुपए तक की कमाई हो जाती है। गांव के ज्यादातर किसान गेंदा फूल की खेती करते हैं क्योंकि इसमें मेहनत और खर्च कम होता है, जबकि मुनाफा अधिक मिलता है। किसान फूलों की विभिन्न किस्में उगाते हैं, जिससे हर सीजन में फूल उपलब्ध रहते हैं।

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संतोष भगत ने बताया कि एक गेंदा फूल की माला 15 से 20 रुपए में बिकती है। फिलहाल सीजन के अंत में भी वे 200 से 500 माला प्रतिदिन 5 कट्ठा खेत से बेच रहे हैं। बीज वे ऑनलाइन या कोलकाता से मंगवाते हैं और खेत में लगाते हैं। आजकल फूलों की डिमांड बहुत ज़्यादा है, खासकर शादी, पार्टी, और चुनाव के समय तो मांग की पूर्ति करना मुश्किल हो जाता है।

किसानों का कहना है कि गेंदा फूल की खेती से फायदा इसलिए अधिक है क्योंकि इसमें फूलों का उत्पादन बेहतर होता है। अगर किसान फूलों की खेती को सही तरीके से करें, तो वे सब्जियों से भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। मिर्जापुर गांव के किसान फूलों की खेती से न सिर्फ अपनी आय बढ़ा रहे हैं, बल्कि आरामदायक जिंदगी भी जी रहे हैं। उनकी यह मेहनत अन्य किसानों के लिए प्रेरणा बन रही है।