हरित क्रांति और पौधों की परवरिश पर INA की वार्षिक संगोष्ठी संपन्न
नई दिल्ली: भारतीय नर्सरीमेन एसोसिएशन (INA) ने शनिवार को अपना वार्षिक आम बैठक और संगोष्ठी कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ़ इंडिया में आयोजित की। इस संगोष्ठी का विषय “हरित क्रांति और पौधों की परवरिश” (Green Revolution and Plant Parenting) था। कई गणमान्य व्यक्तियों ने इस सेमिनार में हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसे INA के अध्यक्ष वाई.पी. सिंह और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने संपन्न किया।
विशिष्ट अतिथि एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य के.सी. त्यागी ने सबसे पहले आईएनए(INA) और सेमिनार में उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि भारत इस समय कृषि क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में पुराने पेड़ गिर रहे हैं, लेकिन नए पौधे नहीं लगाए जा रहे हैं ।
उन्होंने जोर देकर कहा कि पौधों की देखभाल करना आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए बहुत जरूरी है। चीन का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि वहां कैसे रेगिस्तानों को हरे-भरे क्षेत्रों में बदला गया है। के.सी. त्यागी ने आगे कहा कि भारत को भी अपनी सोच बदलनी होगी और अधिक से अधिक हरियाली फैलाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम अन्य बड़े शहरों में भी नियमित रूप से आयोजित होने चाहिए।
प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुनीता नारायण ने हरियाली को प्रदूषण रोकने में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, “दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है, जिससे सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। शहरी क्षेत्रों के लोगों को ग्रामीण समुदायों का सहयोग करना चाहिए ताकि पराली जलाने जैसी गतिविधियां रोकी जा सकें, जो प्रदूषण को बढ़ाती हैं।” उन्होंने पौधों की देखभाल को माता-पिता की तरह ज़िम्मेदारी से निभाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों पर जोर दिया।
बागवानी वैज्ञानिक डॉ.एस.एस.सिंधु ने पेड़ों के प्रत्यारोपण (ट्रांसप्लांटेशन) के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि सही समय और परिस्थितियां पेड़ों के सफल प्रत्यारोपण के लिए बेहद जरूरी हैं। उन्होंने छात्रों को इस विषय में शिक्षित करने और पेड़ों की छंटाई (प्रूनिंग) तथा रोपण स्थलों का सही चयन करने की आवश्यकता पर बल दिया।
संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने आने वाली पीढ़ियों के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने की अपील की और चेतावनी दी कि हरियाली की अनदेखी करने से जीवन कठिन हो जाएगा। उन्होंने पौधों को अपने बच्चों की तरह स्नेह और देखभाल देने पर जोर दिया।
INA के अध्यक्ष वाई.पी. सिंह ने नर्सरी और भूदृश्य (लैंडस्केपिंग) क्षेत्र में संगठन के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि INA ने देशभर में इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अंत में, उन्होंने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वैज्ञानिकों, बागवानी विशेषज्ञों, नर्सरीमेन और पौधों के प्रेमियों ने भाग लिया। सभी ने हरियाली और सतत विकास के भविष्य पर चर्चा की।