गाजियाबाद में फूलों को टैक्स फ्री करने की योजना

गाजियाबाद: शहर गाजियाबाद में फूलों को टैक्स फ्री करने की योजना बनाई जा रही है, जिससे आम जनता और व्यापारियों को राहत मिल सकती है। लगातार फूल व्यापारियों की मांग को ध्यान में रखते हुए मंडी परिषद ने मंडल स्तर पर सभी मंडियों से जानकारी मांगी है कि फूलों से उन्हें कितना टैक्स मिलता है। यह रिपोर्ट दो दिन में मुख्यालय को भेजी जाएगी, जिसके बाद सरकार इस पर फैसला करेगी।

फूल एक नाशवान वस्तु है, जो दो दिन में खराब हो जाती है। मौजूदा समय में इन पर टैक्स होने की वजह से त्योहारों और खास अवसरों पर इनके दाम दोगुने तक बढ़ जाते हैं। अगर टैक्स हटा दिया गया, तो फूलों की कीमत में गिरावट आएगी और यह सस्ते दामों पर उपलब्ध होंगे।

फिलहाल गाजियाबाद के व्यापारी गाजीपुर मंडी से फूल लाते हैं, जिससे उनकी ट्रांसपोर्ट लागत बढ़ जाती है। यदि गाजियाबाद और नोएडा की मंडियों में टैक्स खत्म हुआ तो व्यापारी स्थानीय मंडियों से फूल खरीदेंगे। इससे परिवहन लागत कम होगी और फूलों की कीमतों में भी कमी आएगी।

इसे भी पढ़ें: सूखे और मिट्टी की खराब होती सेहत से बढ़ रहा कार्बन उत्सर्जन

दिवाली, नवरात्र जैसे त्योहारों पर फूलों की मांग बढ़ने से उनकी कीमतें आसमान छूने लगती हैं। गेंदे के फूल की माला, जो सामान्य दिनों में 40-50 रुपये किलो होती है, त्योहारों पर 100-120 रुपये प्रति किलो तक बिकती है। अगर टैक्स हटा लिया गया तो त्योहारों पर भी लोगों को सस्ते और ताजे फूल मिल सकेंगे।

वर्तमान में गाजियाबाद में घंटा घर और नया बस अड्डा प्रमुख फूल बाजार हैं। यहां से फूल शहर के अन्य बाजारों में पहुंचते हैं। अगर यह योजना लागू होती है, तो व्यापारियों और ग्राहकों दोनों को फायदा होगा। अब सबकी निगाहें सरकार के फैसले पर टिकी हैं।