एशिया की सबसे बड़ी फल-फूल मंडी का निर्माण एक साल देरी से होगा
सोनीपत: सोनीपत के गन्नौर में बन रही अंतरराष्ट्रीय फल-फूल एवं बागवानी मार्केट का निर्माण अब एक साल की देरी से पूरा होगा। निर्माण कार्य में बारिश और ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) के नियमों ने रुकावट पैदा की है। हरियाणा इंटरनेशनल हॉर्टिकल्चर मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने निर्माण समय सीमा को मई 2025 से बढ़ाकर मई 2026 कर दिया है। अभी तक सिर्फ 40 फीसदी काम ही पूरा हुआ है, जिससे कंपनी पर 0.5 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया है।
इस मंडी का शिलान्यास 2014 में कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था, लेकिन निर्माण शुरू नहीं हो सका। पहले इसकी लागत 1500 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 2600 करोड़ रुपये हो गई है। निर्माण का काम हैदराबाद की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया, जिसने मई 2023 में काम शुरू किया था। इसे मई 2025 तक पूरा होना था, लेकिन अब इसे मई 2026 तक खींच दिया गया है।
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537 एकड़ में बन रही यह मंडी एशिया की सबसे बड़ी मंडी होगी। यहां देशभर के 14 राज्यों से फल, फूल और बागवानी उत्पाद आएंगे, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। परिसर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, वातानुकूलित फूल और मत्स्य मार्केट, पार्किंग और वर्कशॉप की सुविधाएं होंगी।
निर्माण में हुई देरी और बढ़ती लागत के बावजूद यह परियोजना किसानों और व्यापारियों के लिए एक बड़ा केंद्र बनेगी, जो हरियाणा की आर्थिक प्रगति में योगदान देगी।