ऊना जिले में बागवानी को बढ़ावा: 2.30 करोड़ रुपये की धनराशि होगी खर्च
ऊना: एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत ऊना जिले में किसानों को बागवानी के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए आगामी वित्त वर्ष में 2.30 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी। यह जानकारी उपायुक्त जतिन लाल ने मंगलवार को जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। इससे किसान आसानी के साथ फलों और सब्ज़ियों का उत्पादन कर सकेगें जिससे उनके आय में भी बढ़ोत्तरी होगी।
उपायुक्त ने बताया कि इस मिशन के तहत किसानों को फल, फूल, सब्जी, मशरूम और शहद उत्पादन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सरकार इन गतिविधियों के लिए आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण की सुविधाएं प्रदान करती है। किसानों को राज्य के भीतर और बाहर मुफ्त यात्रा व ठहरने की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई जाती है।
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इसके अलावा, सिंचाई संरचना, कृषि उपकरण, उन्नत बीज, उर्वरक और कीटनाशकों की खरीद पर 40 से 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है। हाई-टेक पौधशाला की स्थापना के लिए किसानों को 40 लाख रुपये तक ऋण व 40 प्रतिशत अनुदान की सुविधा है। लघु पौधशाला के लिए 7.5 लाख रुपये का प्रावधान है।
पॉलीहाउस निर्माण पर 50 प्रतिशत अनुदान, जबकि पावर टिल्लर खरीद पर 50,000 से 75,000 रुपये तक की सहायता दी जाती है। मशरूम उत्पादन इकाई और खाद निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए किसानों को 8 लाख रुपये तक का अनुदान भी मिलेगा। यह मिशन ऊना जिले के किसानों को आधुनिक बागवानी तकनीकों से जोड़ने और उनकी आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।