ड्रैगन फ्रूट की खेती से भारतीय किसानों की बदल रही है तक़दीर
जयपुर: भारत में ड्रैगन फ्रूट की खेती की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। कई राज्यों में इस फल की खेती जैसे राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। ड्रैगन फ्रूट को बाजार में उच्च कोटी का फल माना जाता है, और इसकी खेती से किसानों को बहुत फायदा हो रहा है, साथ-साथ उनकी आर्थिक स्तिथि में भी हो रही है, इसका कारण बाजार में इस फल की बढ़ती मांग है।
लाल गुलाब ड्रैगन फ्रूट भारत में एक दुर्लभ किस्म है। इसका बाहरी और आंतरिक रंग गुलाबी होता है। यह किस्म न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि पोषण से भी भरपूर होती है। इसका स्वाद मीठा और ताजगी भरा होता है, जिससे बाजार में इसकी कीमत अधिक रहती है।
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सफेद ड्रैगन फ्रूट भारत में सबसे आम किस्म है। इसका फल अंदर से सफेद और छोटे-छोटे काले बीजों से भरा होता है। इसकी खेती आसान और लागत प्रभावी है। यह हल्के मीठे स्वाद के कारण हर वर्ग के लोगों के बीच लोकप्रिय है। यह किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प है।
पीला ड्रैगन फ्रूट भारत में बहुत कम उगाया जाता है, लेकिन यह स्वाद और कीमत में सबसे खास है। इसका बाहरी रंग पीला और अंदरूनी हिस्सा सफेद होता है। यह अत्यधिक मीठा और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। बाजार में इसकी मांग और कीमत दोनों ही अधिक हैं।
ड्रैगन फ्रूट केवल खाने में ही स्वादिष्ट नहीं होता है , बल्कि सेहत के लिए भी बहुत उपयोगी है। किसानों के लिए ड्रैगन फ्रूट की खेती अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए बहुत अच्छा विकल्प है, जो उन्हें बेहतर आय प्रदान करने के साथ-साथ फसल में विविधता का अवसर भी दे रहा है।