सफलता की मिसाल: शामलभाई फूलों की खेती से कमा रहे लाखों

बनासकांठा: फूलों की खेती से भी अच्छी कमाई की जा सकती है। किसानों को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। बनासकांठा जिले के डीसा तहसील के 54 वर्षीय किसान शामलभाई माली इसकी जीती जागती मिसाल है। वे पिछले 40 वर्षों से फूलों की खेती कर रहे हैं, और इसमें उनहोंने अपना खून और पसीना बहा कर आज सालाना तकरीबन ढाई लाख रुपये से ज्यादा की कमाई कर रहे हैं।

शामलभाई 2 बीघा जमीन में  गेंदा, लिली, जीनिया, डेजी, देसी गुलाब, जासुद और डमरू जैसे फूलों की खेती करते हैं। गर्मियों में वे पुष्कर (राजस्थान) से जीनिया के 1500 पौधे खरीदते हैं, जबकि मानसून में बनासकांठा की नर्सरी से गेंदा के पौधे खरीदते हैं। इसके अलावा वे अन्य फूलों की भी खेती करते हैं।

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पिछले चार वर्षों से शामलभाई डीसा कृषि विज्ञान केंद्र के मार्गदर्शन में गाय आधारित खेती अपना रहे हैं। इससे उनके फूलों की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों बेहतर हुए हैं, जिससे उनकी आमदनी भी बढ़ी है।

फूलों की खेती में उन्हें सिर्फ 20-25 हजार रुपये का खर्च आता है, जबकि 70-80 हजार रुपये का मुनाफा होता है। इस तरह वे सालाना ढाई लाख रुपये से अधिक की कमाई कर रहे हैं।

हालांकि उनहोंने अपने जीवन में पढाई कम की है, लेकिन अपनी मेहनत और समझदारी से आज शामलभाई  कई किसानों के लिए प्रेरणा के स्रोत बन चुके हैं। उनकी सफलता इस बात की गवाही देता है कि छोटी जमीन पर अगर सही योजना और मेहनत किया जाए तो अच्छी कमाई की जा सकती है।