सुल्तानपुर में एक चिकित्सक ने आठ हजार वर्गमीटर में पॉलीहाउस बनाकर शुरु की जरवेरा की खेती
नई दिल्ली। जल्दी ही शादियों का सीजन शुरु होने वाला है। शादियों के दौरान अतिथियों के स्वागत व सजावट के लिए फूलों की आवश्यकता होती है। कई बार ये फूल दूसरे जनपद से लाने पड़ते हैं। इन्हीं सबको देखते हुए बल्दरीय ब्लॉक में तैनात एक चिकित्सक ने पॉलीहाउस बनाकर आठ हजार वर्गमीटर में जरवेरा की खेती शुरु की है। इसी के साथ विभिन्न ब्लॉकों में कई अन्य किसानों ने भी 20 हेक्टेयर में गेंदा फूल की खेती भी शुरु की है। इससे जनपद में इस बार फूलों से तैयार बुके मिलेंगे जिनसे लोगों का स्वागत किया जा सकेगा।
गौरतलब है कि जिले में उद्यान विभाग सब्जी, बागवानी के साथ साथ फूलों की खेती को भी बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। विकास खण्ड बल्दरीय के डोभियारा गांव के लखनऊ में तैनात चिकित्सक की ओर से आठ हजार वर्ग मीटर में पॉलीहाउस का निर्माण कराया गया है। जिसमें करीब करीब 88 लाख रुपए की लागत आई है। इस पॉलीहाउस के निर्माण के बाद इसमें जरवेरा पुष्प की खेती की जाएगी। जिससे आने वाले शादियों के सीजन, नए साल व अन्य अवसरों पर लोगों के स्वागत के लिए बुके तैयार करने के लिए जरवेरा फूल बाहरी जिलों से नहीं खरीदना पड़ेगा।
बता दें की उद्यान विभाग की तरफ से जरवेरा फूल की खेती के लिए पॉलीहाउस निर्माण में आने वाली लागत में पचास प्रतिशत का अनुदान मुहैया कराया जाएगा। इसके अलावा कई अन्य ब्लॉकों में एक दर्जन किसानों ने 20 हेक्टेयर में गेदा के फूल की खेती शुरू की है। जिसका प्रयोग माला बनाने व सजावट में किया जा रहा रहा है। उद्यान निरीक्षक पवन सिंह ने बताया कि पॉलीहाउस तैयार कर जरवेरा की रोपाई करा दी गई है।
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