A 'Horticulture Symposium' was organized for common producers and farmers in Barabanki, Uttar Pradesh

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में हुआ आम उत्पादकों व किसानों के लिए ‘बागवानी गोष्ठी’ का आयोजन

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बारबंकी में विश्व बैंक एवं कोकाकोला फाउंडेशन के तत्वाधान में पंचायत भवन बड़ागांव मे आम उत्पादको एव किसानो के लिए एक दिवसीय बागवानी गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मौजूद आम उत्पादकों व किसानो को कम लागत मे अच्छा मुनाफा देने वाली उन्नतशील आम की प्रजातियों एवं माइक्रो इरिगेशन एवं अल्ट्रा हाई डेंसिटी प्लांटेशन के प्रति जागरूक किया गया।

परमाथ समाज सेवी संस्थान के बैनर तले आयोजित बागवानी गोष्ठी मे जैन इरिगेशन से आये वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 अनिल कुमार ने कहा कि ‘ड्रिप इर्रिगेशन’ सिंचाई की एक विशेष विधि है। जिसमें पानी और खाद की बचत होती है। इस विधि में पानी को पौधों की जड़ों पर बूँद-बूंद करके टपकाया जाता है। इस कार्य के लिए वाल्व, पाइप, नलियों तथा एमिटर का नेटवर्क लगाना पड़ता है। इसे ‘टपक सिंचाई’ या ‘बूँद-बूँद सिंचाई’ भी कहते हैं। उन्होने आम की उन्नतिशील प्रजातियों के विषय मे बताते हुए कहा कि नई विधि से बागवानी कर कम समय मे अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते है। उन्होंने आम के छत्र प्रबंधन, छंटाई कैसे करें, कब करें, छंटाई के लिए शाखाओं के बीच की दूरी क्या है, छंटाई का आदर्श मौसम, छंटाई के बाद की देखभाल आदि के बारे में भी विस्तार से बताया।

परियोजना के प्रोग्राम मैनेजर वरुण सिंह ने बताया कि परमार्थ समाज सेवी संस्थान के द्वारा उत्तर प्रदेश के 5 जिलों में उन्नति मैंगो परियोजना संचालित की जा रही है। जिसका प्रमुख उद्देश 50 हजार आम के किसानों को लाभ पहुंचाना है। उन्होंने बताया की पिछले कुछ वर्षो से आम के किसानों को लगातार नुकसान हो रहा है जिसका प्रमुख कारण सही जानकारी का अभाव एवं जलवायु परिवर्तन है। जिसके लिए उन्नति मैंगो परियोजना के तहत किसानों को उन्नतशील पद्धतियों के बारे में जागरूक किया जा रहा है जिससे किसान अच्छे से बाग प्रबंधन सीख सके एवं जल के विवेकपूर्ण उपयोग के लिए ड्रिप सिंचाई को अपनाए। इस परियोजना का लक्ष्य इससे जुड़े किसानों के उदपादन को बढ़ाना है जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो।

कार्यक्रम मे कलस्टर कोर्डिनेट राहुल कुमार, अनिल कुमार, रंजीत गौतम के द्वारा गांव के लगभग 130 किसानों को ड्रिप इरिगेशन के बारे में प्रशिक्षण दिया गया और डॉक्टर अनिल वर्मा के द्वारा ड्रिप सिंचाई वा स्प्रिंकलर सिंचाई के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। भूगर्भ जल बचाने तथा फसल के उत्पादन को बढ़ाने की विभिन्न तकनीको की भी जानकारी दी गई तथा सघन बागवानी पर विशेष चर्चा हुई जिसमें आम के दो तीन गुना उत्पादन पर जोर दिया गया और निर्यात योग्य आम की गुणवत्ता उत्पाद के तरीके बताए गए।

इस मौक़े पर डी डी सी भुल्लन वर्मा, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नूर मोहम्मद सहित आम उत्पादक मो आरिफ, मो हनीफ, नंद किशोर, सुशील पाण्डेय, मयाराम यादव, जमील अहमद, राम प्रवेश वर्मा, बुधीराम वर्मा, मो इस्लाम लोग मौजूद रहे।