भारतीय कृषि अनुसंधान निदेशालय पुणे ने 14 वां स्थापना दिवस मनाया
नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसंधान निदेशालय पुणे में 10 दिसंबर को 14 वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस कार्यकर्म में डॉ. बालासाहेब सावंत कोंकण कृषि विद्यापीठ के पूर्व कुलपति डॉ. एस.डी. सावंत ने मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया। डॉ. एस.डी. सावंत ने स्थापना दिवस कार्यक्रमों में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि पूजा, अनुष्ठान, शादी, या किसी भी कार्यक्रम एवं त्योहारों में वास्तविक फूलों के उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए साथ ही प्लास्टिक के फूलों पर प्रतिबंध लगाने पर जोर दिया। इस कार्यक्रर्म में भारतीय कृषि अनुसंधान निदेशालय क्षेत्रीय कार्यलय पुणे के प्रमुख डॉ. अनिल खार तथा डॉ. पंचभाई, डीन पीडीकेवी अकोला ने भी भाग लिया। दोनों अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के तौर पर भाग लिया। अधिकारियों ने स्थापना दिवस समारोह के लिए डीएफआर टीम को बधाई दी।
Read More: हिमाचल प्रदेश के रामपुर में सिखाए गए विद्यार्थियों को बागवानी के गुर
इस कार्यक्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ. के.वी. प्रसाद ने नर्सरी से संबंधित कई सारे विषयों के बारे में जानकारी दी। डॉ. के.वी. प्रसाद ने पिछले एक वर्ष के दौरान पुष्प कृषि अनुसंधान निदेशालय की कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों के बारे में प्रकाश डाला। भारतीय कृषि अनुसंधान निदेशालय के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल लोगों के लिए “ब्लॉसम मिज: ट्यूबरोज में निदान और प्रबंधन पर एक जागरूकता वीडियो भी जारी किया गया। 14 वें स्थापना दिवस समारोह में फूलों की खेती, फूल व्यापार के विकास , फूल की खेती की अवसर, स्टार्ट-अप पर कार्यशाला का आयोजन की गई।
किसानों और छात्रों ने लिया भाग
भारतीय कृषि अनुसंसान निदेशालय में 14 वां स्थापना दिवस के अवसर पर छात्रों, किसानों एवं ग्रामीण युवाओं के लिए उद्यमिता के विकल्प, फूल की खेती, फूल कृषि उत्पादन व्यवस्था को प्रदर्शित करने के लिए एक कौशल विकास सत्र आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 175 से ज्यादा नर्सरी ने भाग लिया। साथ ही इस आयोजन में फूलों की खेती से जुड़े किसानों, छात्रों ने भाग लिया।
Read More: रतलाम में उन्नयन योजना के तहत तैयार हो रहा है बागवानी, मिलेगें दुर्लभ पौधे