जैस्मिन फूल का पौधा लगाने का जानें सही तरीका
नई दिल्ली। चमेली का फूल सबसे सुंदर और सुगंधित होता है। संस्कृत में इसे सुमना, चेतिका, राजपुत्रिका आदि नामों से जाना जाता है। वहीं अंग्रेजी में इसे जैस्मिन भी रहा जाता है। 10 से 15 फुट का यह पौधा गमलों में भी आसानी से उगाया जाता है। इसका प्रयोग जड़ी बूटी के तौर पर भी किया जाता है। आइए जानते हैं गमले में चमेली फूल के लगाने की विधि।
इसके लिए सबसे पहले नर्सरी से चमेली का पौधा खरीद कर लाना होगा। उसे गमले में लगा लें। फिर उसमें मिट्टी भरना शुरू करें। ध्यान रखें कि मिट्टी में सैंड, कोकोपीट, ऑर्गेनिक खाद जैसी चीजों को पहले ही मिक्स कर तैयार कर लें। अब इसका उपयोग जैस्मिन का पौधा लगाने के लिए करें। पौधा लगाने के बाद रोज पौधे में पानी डालें।
चमेली के फूल का प्रयोग हमारे देश में सबसे ज्यादा पूजा पाठ के काम में किया जाता है। साथा ही आप जानते होंगे कि हमारे देश की महिलाएं हस्तकला में बेहद पारंगत होती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
जैस्मिन के पौधे में सुबह-शाम पानी देने के अलावा रोजाना 5 से 6 घंटे धूप दिखाना जरूरी है।
जैस्मिन के पौधा ऑर्गैनिक खाद का इस्तेमाल करें।
जैस्मिन के पौधे को कीड़े-मकोड़े से बचाने के लिए विनेगर का इस्तेमाल करें। ऑर्गैनिक खाद के रूप में केले के छिलके, गोबर, बची हुई चायपत्ती जैसी चीजों का उपयोग करें।
जैस्मिन का पौधा में ऑर्गैनिक खाद का ही इस्तेमाल करें।
मिट्टी तैयार करें
मिट्टी तैयार करने के लिए सबसे पहले आप किसी ऐसी जगह को तलाशे जहां मिट्टी बेहद साफ सुथरी हो। क्योंकि कंकड पत्थर वाली मिट्टी में पौधे का विकास अच्छी तरह से नहीं हो पाता है।
जैस्मिन के प्रकार
जैस्मिन प्रजाति की अलग-अलग प्रजाती है जिनमें, एंजल विंग जैस्मिन, अरेबियन जैस्मिन, कॉमन जैस्मि, डाउनी जैस्मिन डाउनी जैस्मिन, ड्वार्फ जैस्मिन ड्वार्फ जैस्मिन,फॉरेस्ट जैस्मिन, इटालियन जैस्मिन आदी है।