अमृता देवी पर्यावरण नागरिक संस्थान ने भीलवाड़ा के चित्रकूट धाम में आयोजित की पुष्प प्रदर्शनी
नई दिल्ली। भीलवाड़ा (राजस्थान) के चित्रकूट धाम में अमृता देवी पर्यावरण नागरिक संस्थान एवं नगर परिषद भीलवाड़ा के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुए पांच दिवसीय हरित संगम पर्यावरण मेले में एक पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदेश की उपमुख्यमंत्री श्रीमती दीया कुमारी ने नगर परिषद की पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती प्रदर्शनी का अवलोकन किया और इसकी सराहना की। दीया कुमारी ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सभी को अपनी सहभागिता निभानी होगी।
पुष्प प्रदर्शनी में दिखे मन मोह लेने वाले खूबसरत फूल
पुष्प प्रदर्शनी में मन मोह लेने वाले खूबूसरत फूलों को प्रदर्शित किया गया था, जिसमें सदाबहार पत्तियों व फूलों वाले गमले में शीतकालीन मौसमी फूलों, गमलों के कलात्मक समूह, गमलों में लगी शाकभाजी, औषधीय एवं सुगंधित पौधों तथा बोगनवेलिया आदि का प्रदर्शन पुष्पप्रेमी दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ था।
पर्यावरण संरक्षण की शुरुआत हमें अपने घर से करनी होगी-दीया कुमारी
राज्य की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने इस मौके पर कहा कि हमें आने वाली पीढ़ी को शुद्ध, स्वस्थ पर्यावरण देने के बारे में सोचना होगा। साथ ही पर्यावरण संरक्षण की शुरुआत हमें अपने घर से ही करनी होगी। उन्होंने इस अवसर पर अमृता देवी विश्नोई को याद करते हुए कहा कि अमृता देवी ने अपना जीवन प्रर्यावरण संरक्षण में खपा दिया। उन्होंने कहा कि आप लोगों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गए छोटे से छोटे प्रयास भी आगे चलकर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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पर्यावरण संरक्षण सरकार की प्राथमिकता
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण काम किए जा रहे हैं। राज्य सरकार भी इस दिशा में लागातार काम कर रही है। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए आयोजक मंडल को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आमजन को संदेश दिया कि जब घर से निकलें तो बिजली के उपकरण स्विच ऑफ करके निकलें, कचरा बाहर न फेंकें, पानी व्यर्थ न बहने दें। साथ ही, उन्होंने वेस्ट (सब्जी फल के छिलके, बचे हुए पदार्थ आदि) रिसाइकिल करने पर भी जोर दिया। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे पर्यावरण संरक्षण के संदेश का प्रचार- प्रसार बढाएं। इसे अपने जीवन में उतारें और दूसरों के सामने उदाहरण पेश करें।