हिमाचल प्रदेश सरकार ने लीची, अमरूद और अनार जैसे फलों को फसल बीमा योजना में किया शामिल
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश सरकार राज्य के बागवानी किसानों को कई योजनाओं का लाभ दे रही है। प्रदेश के बागवानों को अब सेब के लिए प्रति पेड़ 1,500 रुपये बीमा राशि देने का फैसला किया है। शनिवार को बागवानी और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने सचिवालय में प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने कहा यह पहली बार लीची, अमरूद और अनार को भी इस योजना में शामिल किया गया है। बीमा योजना के तहत ब्लॉकों की संख्या बढ़ाई गयी है। साल 2024 के लिए सरकार ने सेब के अलावा आम, नींबू, सेब आड़ू, प्लम की बीमा राशि में भी बढ़ोतरी की है। सेब के लिए 36, 56 प्लम 29, , आड़ू 16 और साइट्रस 58, अनार 21, लीची 38 और अमरूद के लिए 22 ब्लॉकों में योजना लागू होगी।
किसानों में जगी उम्मीद की किरण
इस योजना की घोषणा से जहां लीची, आम आनार जैसे फलों से जुड़े किसानों में उत्साह की लहर है, वहीं इन फलों से संबंधित नर्सरी तैयार करने वालों को भी अपने पौधे अधीक बिकने की उम्मीद जगी है। शिमला के एक पौधाशाला मालिक ने नर्सरी टुडे को बताया की हमे नहीं पता कि इस योजना से सीधे हमे कोई लाभ होगा, लेकिन जब प्रदेश के फल किसान अधिक पेड़ लगाएंगे तो हमारे पौधों की भी व्रिकी बढ़ेगी।
लीची, अमरूद और अनार को साल 2024 के बीमा में शामिल किया है, जिसमें अमरूद की 350, अनार 560, लीची की 950 रुपये प्रति पेड़ बीमा राशि तय की गई है। बागवानी करने वाले किसान ओलावृष्टि के लिए एड-ऑन कवर ले सकते हैं, जिसके तहत पांच वर्ष से अधिक उम्र के सेब के पेड़ के लिए 450, लीची और अनार के लिए 250-250 रुपये प्रति पेड़ बीमा राशि तय की गई है।
प्रदेश के बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि मौसम में बदलाव के कारण हर साल किसानों का नुकसान हो रहा है, फसल बीमा योजना के तहत बागवानी करने वाले किसानों को नुकसान का फायदा मिल सकता है।
बीमा राशि में बढ़ोतरी (रुपये में)
सेब 800 1,500
आम 620 750
नींबू प्रजाति 495 750
आड़ू 475 750
प्लम 520 750
मौसम जोखिम के तहत ऐसे मिलेगी प्रति पेड़ बीमा राशि
चिलिंग आवर कम रहना 265
तापमान में अस्थिरता 300
बेमौसमी भारी बारिश 265
सूखा 390
अंधड़ 280