200 से ज्यादा पौधों पर रिसर्च कर रहा है राजस्थान का यह किसान
नई दिल्ली। राजस्थान के नागौर जिले के किसान, प्रताप सिंह राजपुरोहित लागातार पौधों पर रिसर्च करते आ रहे हैं। प्रताप सिंह ने 200 से अधिक अलग-अलग औषधीय एवं फलदार पेड़-पौधे लगाए हैं। प्रताप सिंह की मेहनत अब रंग लाने वाली है। प्रताप सिंह बताते हैं कि उनका मेन मकसद है कि नागौर की भूमि पर कैसे विस्तार किया जा सके और कैसे ज्यादा से ज्यादा किसानों को लाभ मिल सके जिससे किसान अपनी आय में वृद्धि कर सके. इसलिए वे रिसर्च कर रहे हैं।
नर्सरी का भी करते हैं काम
किसान प्रताप सिंह राजपुरोहित बताते हैं कि मैं अपनी खेती के साथ-साथ नर्सरी तैयार करने का भी काम करता हूं, जिसके कारण नागौर में तरह-तरह के पौधों की किस्में तैयार हो रही हैं। मैं लगातार प्रयास कर रहा हूं कि हर किसान की आय में वृद्धि हो सके।
परंपरागत तरीके से कर रहे हैं बागवानी
प्रताप सिंह राजपुरोहित ने बताया कि वे औषधीय और फलदार पौधों को परंपरागत तरीके से ही तैयार करते हैं। उनकी कोशिश है कमसे कम नागौर जिले के किसानों में जहरीली किस्म की खेती से बचाया जा सके। वह यह काम पिछले पांच साल से कर रहे हैं। परंपरागत तरीके में जीवामृत और जैविक खाद का प्रयोग कर रहे हैं। वह अलग-अलग किस्मों के फलदार और औषधीय पौधे तैयार कर रहे हैं, जिसमें फलदार पौधे की बात करें तो चीकू, आम, अनार, नींबू, सेब, लीची, चेरी, बिल, बोर गूदे\ लसोड़ा और विभिन्न प्रकार के पौधे तैयार कर रहे हैं।