इस फल की खेती से बागवान कमा सकते है लाखों का मुनाफा
नई दिल्ली। बागवानी करने वाले किसान थाई एप्पल (बेर) की खेती से लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं। यह कई बागवानों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हुआ है। दरअसल, इस बेर को थाईलैंड़ में सेब भी कहा जाता है। यह देखने में सेब की तरह होता है और स्वाद में बेर के तरह। थाई एप्पल के एक फल का वजन लगभग 4 ग्राम से लेकर 120 ग्राम के बीच होता है। बाजार में किसान को इसकी अच्छी कीमत सरलता से मिल जाती है। ऐसे में, आप थाई बेर की बागवानी करके मोटी कमाई कर सकते हैं।
थाई एप्पल क्या होता है?
थाई एप्पल बेर की तरह दिखने वाला फल है। राजस्थान में इसकी खेती बहुत ही बडे पैमाने पर की जा रही है। इसके फलों को ताजा या सुखाकर खाया जाता है और जैम, मुरब्बा, चटनी, टॉफी, कैंडी और अचार बनाने में इस्तेमाल किया जाता है और सुखाकर छुहारों के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
थाई एप्पल के लिए मिट्टी
थाई एप्पल बेर की खेती वैसे तो हर एक तरह की मिट्टी में की जा सकती है। लेकिन बलुई दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए काफी अच्छी मानी जाती है। किसान को अपने खेत में इस बेर की खेती ग्राफ्टिंग विधि से करनी होती है। इसकी खेती किसान साल में दो बार कर सकते हैं। फरवरी से मार्च महीने और जुलाई से अगस्त महीने में इसकी खेती की जा सकती है।
थाई एप्पल के लिए खेत की तैयारी
खेत में थाई एप्पल बेर के पौधे लगाने से पहले खेत में पांच मीटर की दूरी पर दो-दो फीट लंबाई-चौड़ाई वाले वर्गाकार गड्ढों की खुदाई करनी चाहिए। फिर इन गड्ढों में 20 से 25 किलो अच्छी सड़ी हुई गोबर खाद, कंपोस्ट खाद, नीम की खली और अन्य पोषक तत्व को अच्छे से मिलाकर गड्ढे को भर देना चाहिए। इसके कुछ दिन बाद ही पौधों की रोपाई की जानी चाहिए।
लागत और मुनाफा
नर्सरी से आप थाई बेर का पौधा खरीद सकते हैं। इसके पौधे लगभग 30 से 40 रुपये के बीच आसानी से मिल जाते हैं। किसान एक एकड़ में 5000 पौधे लगा सकते हैं। यह 6 महीने में ही फल देने लगता है। आजकल बाजार में इसकी कीमत 120 रुपए किलो तक मिल जाती है।