मध्य प्रदेश के बड़वानी में किसानों और कृषि अधिकारियों की बैठक आयोजित
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग की अध्यक्षता में किसानों, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों और कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. राहुल ने कहा कि किसानों को आगे बढ़ने के लिए जैविक खेती को अपनाना होगा। क्योंकि आज के बदलते समय में जैविक खेती मनुष्य के लिए आवश्यक है। किसानों को जैविक खेती से तैयार किए गए फसलों का मूल्य भी अधिक मिलता है और लोगों को इससे स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है।
इस बैठक के दौरान किसानों ने कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग को बताया कि वे पूर्ण रूप से गन्ना, कपास एवं केला आदि की जैविक खेती ताराचंद बेलजी तकनीक के माध्यम से कर रहे हैं। बता दें कि ताराचंद बेलजी कृषि और बागवानी करने की एक विधि है, जिसमें जैविक विधि को अपनाया जाता है। इस विधि से मिट्टी की शक्ति तो बढ़ती ही है, साथ-साथ खेती में खर्च भी कम आता है।
स्ट्राबेरी भेंट कर किया कलेक्टर को सम्मानित
बैठक के दौरान जिले के किसान हिमांशु डावर ने अपने खेत में जैविक विधि से उगाए गए स्ट्राबेरी कलेक्टर को भेंट की। हिमांशु ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वे मात्र 10वीं तक पढ़े हैं। उन्होंने जैविक पद्धति से अपने खेत में स्ट्राबेरी उगाई है। जिसे बड़वानी के अलावा मध्य प्रदेश के अन्य बाजारों में 200 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचते हैं। कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग ने इस दौरान हिमांशु डावर की प्रशंसा की, और कहा कि अगर कुछ करने का मन बना लिया जाए तो वह काम आवश्य पूरा होगा।