मौसम में बदलाव के कारण आम की पैदावार कम होने की आशंका
नई दिल्ली। आम दुनिया के सबसे मिठा फल होता है। इसके मीठास के कारण भारत ही नहीं इसकी मांग विदेशों में भी है। फरवरी और मार्च में मौसम के मिजाज के कारण इसके उत्पादन पर भारी असर पड़ता है। नर्सरी टुडे आम की बागवानी करने वाले किसानों के लिए खास खबर लेकर आया है।
आम खाने वाले लोगों कोे इस बार दशहरी, चौसा, लंगड़ा, मालदा जैसे मशहूर किस्म के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे क्योंकि मौसम में मीजाज बदलने के कारण आम की फसल पर असर देखा जा रहा है। फरवरी के महीने में आम की फसल में फूल आ जाते हैं, लेकिन इस बार ऐसा बहुत कम हुआ है। जलवायु परिवर्तन के असर के चलते आम की फसल इस बार ज्यादा प्रभावित है।
कृषि के जानकारों का मानना है कि मार्च महीने का पहला सप्ताह आम की फसल के लिए अहम होगा। मार्च में आम के पेड़ो में बौर नहीं आए तो बाद में मुश्किल होगी। जलवायु में बदलाव के कारण आम की ज्यादातर फसल में फूल नहीं आए हैं। इससे फल लगने की संभावना भी कम होने लगी है। बता दें कि फरवरी महीने में मौसम का तापमान हर बार 15 डिग्री सेल्सियस के पार चला जाता था जो आम की फसल के लिए काफी अच्छा माना जाता है। लेकिन इस बार पूरे फरवरी में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा।