Attack on pollution up environment minister holds review-meeting at okhla bird sanctuary

प्रदूषण पर प्रहार: ओखला पक्षी विहार में यूपी के पर्यावरण मंत्री ने की समीक्षा बैठक

बढ़ते प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

श्री राम शॉ

नोएडा। बढ़ता वायु प्रदूषण और नित्य ख़राब होती हवा की गुणवत्ता राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नई दिल्ली एवं समूचे एनसीआर के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर प्रदूषण पर अंकुश लगाने एवं कारगर उपाय किए जाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के पर्यावरण एवं वन मंत्री डॉक्टर अरुण सक्सेना ने जनपद गौतम बुद्ध नगर के ओखला पक्षी विहार में गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर के संबंधित अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। उन्होंने संबंधित क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, प्राधिकरण, पुलिस विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि संशोधित ग्रेप के संबंध में सी.एक्यू.एम. के जो निर्देश जारी किए गए हैं, उनका जनपद में व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाए।

उन्होंने प्राधिकरण के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि इन दिनों जनपद में जहां कहीं भी सड़कों पर धूल उड़ रही है, उसको रोकने के लिए शमन उपाय करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए एवं सड़कों का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण करते हुए गड्ढा मुक्त अभियान चलाएं ताकि बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सके।

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उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप जनपद में बढ़ते हुए प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उन्नत वाहनों के प्रयोग के लिए जन सामान्य को प्रेरित किया जाए।

उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में विद्युत आपूर्ति अनवरत रूप से होनी चाहिए ताकि औद्योगिक क्षेत्रों में जो जनरेटर चलाए जाते हैं, उनको चलाने की जरूरत न पड़े। उन्होंने संबंधित अधिकारियों का आह्वान किया कि उनके द्वारा कृषकों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए और उनको पराली जलाने से होने वाले हानिकारक प्रदूषण के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएं। साथ ही साथ उनको यह भी जानकारी दें कि खेतों में पराली को जलाना ही एकमात्र उपाय नहीं है, वह पराली का सदुपयोग भी कर सकते हैं। कृषकों को जागरूक करें कि वह पराली को न जलाएं बल्कि पराली का प्रयोग अपने ही खेतों में पराली की खाद बनाकर खाद के रूप में करें।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उनके द्वारा जनपद के आम नागरिकों को जागरूक किया जाए कि वह ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट, इलेक्ट्रिक वाहन का प्रयोग करें ताकि जनपद में बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सके। इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक के अंत में संबंधित अधिकारियों ने पर्यावरण मंत्री को आश्वस्त किया कि पर्यावरण प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए उनके द्वारा जो आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए हैं, उनका कड़ाई से पालन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा के अनुरूप बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण पर अंकुश लगाने की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

इस बैठक में वन अधिकारी गौतम बुद्ध नगर पी के श्रीवास्तव, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नोएडा उत्सव शर्मा, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ग्रेटर नोएडा डीके गुप्ता, एसीपी ट्रैफिक नोएडा श्यामजीत, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर के संबंधित अधिकारीगण के साथ-साथ अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे।

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