गांव हासांका में बागवानी जागरूकता कैंप का आयोजन
रेवाड़ी: उद्यान विभाग की ओर से मंगलवार को गांव हासांका में बागवानी जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। कैंप की अध्यक्षता एसएमएस मुनीमपुर के डॉ. हेमंत सैनी ने की। इस मौके पर किसानों को बागवानी से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। सरकार की ओर से बागवानी योजनाओं पर 85% तक अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करना जरूरी है।
कैंप में किसानों को सब्जियों की पौध उत्पादन तकनीकों और बागवानी में दी जा रही अनुदान राशि के बारे में विस्तार से समझाया गया। डॉ. हेमंत सैनी ने कहा कि बागवानी अपनाकर किसान अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं। डॉ. मनदीप यादव, जिला बागवानी अधिकारी, ने विभाग की मुख्य योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सब्जी उत्पादन पर 15,000 रुपये प्रति एकड़, मल्चिंग पर 6,400 रुपये प्रति एकड़, टनल निर्माण पर 20,000 से 25,000 रुपये प्रति एकड़, बांस स्टैकिंग पर 31,250 रुपये प्रति एकड़ और आयरन स्टैकिंग पर 70,500 रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाता है।
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इसके अलावा, किनू और अमरूद के बाग लगाने पर 50,000 रुपये प्रति एकड़, बेर पर 32,500 रुपये प्रति एकड़ (तीन साल तक), खजूर पर 1,40,000 रुपये प्रति एकड़, और अनार पर 50,000 रुपये प्रति एकड़ अनुदान की सुविधा है। पैक हाउस निर्माण पर 1,65,000 रुपये प्रति इकाई, प्याज भंडारण पर 87,500 रुपये प्रति इकाई, और मधुमक्खी पालन पर 85% तक अनुदान उपलब्ध है।
कैंप के दौरान किसानों को प्रेरित किया गया कि वे नई फसलें अपनाएं, आधुनिक तकनीकों का उपयोग करें और गुणवत्तापूर्ण उत्पादन करें। बागवानी और आधुनिक खेती से न केवल किसानों की आय बढ़ रही है, बल्कि पर्यावरण को भी लाभ मिल रहा है।