BEDF ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, फोन कर पाएं फसल रोगों से छुटकारा

सरकार ने कई कीटनाशकों को प्रतिबंधित कर दिया है। ऐसे में अगर फसल में कीट व रोग लग रहे हैं तो आप बासमती एक्सपोर्ट डेवलपमेंट फाउंडेशन (BEDF) द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 8630641798 पर फोन कर सकते हैं।

नर्सरी टुडे डेस्क
नई दिल्ली। भारत सरकार ने बीते दिनों देशभर के विभिन्न राज्यों में कई तरह के कीटनाशकों को प्रतिबंधित (Ban Pesticides) कर दिया है। ऐसे में किसानों को यह डर सताने लगा है कि अब अगर किसी कारण से उनकी फसल में कोई रोग लग जाता है, तो फिर वह क्या करेंगे। उनकी इस समस्या को देखते हुए बासमती एक्सपोर्ट डेवलपमेंट फाउंडेशन (BEDF) ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। ये नंबर है- 8630641798
जानकारी के मुताबिक, इस हेल्पलाइन नंबर (8630641798) से किसानों को कीट से लेकर अन्य कई तरह की परेशानियों का हल सरलता से प्राप्त होगा। इसके लिए किसान को ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है। बस उन्हें अपनी फसल में लगे रोग व कीटों (Crop Diseases and Pests) की एक फोटो खींचकर इस नंबर पर कॉल करके भेजना होगा। किसान चाहें तो अपनी फसल की वीडियो (Crop Video) बनाकर भी इस नंबर पर भेज सकते हैं।

बता दें कि ये एक व्हाट्सएप हेल्पलाइन (Whatsapp Helpline) है। इस नंबर पर किसानों की परेशानी का जवाब सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक ही मिलेगा। इस दौरान किसान कॉल करके भी फसल से जुड़ी समस्या पर बात कर सकते हैं।

किन कीटनाशकों पर लगा है प्रतिबंध (Which pesticides are banned)
अगर आप इस बात से अभी तक अनभिज्ञ है कि सरकार के द्वारा किन-किन कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगाया है तो यहां आपको बता दे रहे हैं। बासमती उत्पादक पंजाब (Basmati producer Punjab) ने 10 कीटनाशकों को प्रतिबंधित किया है, जिनके नाम कुछ इस प्रकार हैं- थियामेथोक्सम, प्रोफेनोफोस, इमिडाक्लोप्रिड, कार्बेन्डाजिम, ट्राइसाइक्लाजोल, एसेफेट, बुप्रोफेजिन, क्लोरपाइरीफोस, हेक्साकोनाज़ोल और प्रोपिकोनाज़ोल।

प्रतिबंध की जरूरत क्यों पड़ी (Why was the ban needed)
‘राइस क्वीन’ (Rice Queen) कहे जाने वाले सुगंधित, लंबे दाने वाले बासमती चावल के कई नमूनों में कुछ कीटनाशकों के अवशेष म‍िलने की वजह से इसके एक्सपोर्ट में बाधा आने की संभावना थी इसल‍िए राज्य सरकार ने इन कीटनाशकों को बासमती चावल उत्पादकों के हित में नहीं माना। पंजाब सरकार के अनुसार, इन कृषि रसायनों के उपयोग के कारण बासमती चावल के दानों में निर्धारित अधिकतम अवशिष्ट स्तर यानी एमआरएल (MRL-Maximum Residue limit) से अधिक कीटनाशक अवशेष होने का खतरा है।

कीटनाशकों के अवशेष का क्या है मानक (What is the standard of pesticide residues)
बासमती चावल में कीटनाशकों के अवशेष का सबसे कड़ा मानक यूरोपीय संघ में है। यहां कीटनाशकों की अधिकतम अवशेष सीमा 0.01 पीपीएम (0.01 मिलीग्राम/किग्रा) तय है यानि 100 टन चावल में 1 ग्राम अवशेष के बराबर। इससे ज्यादा होने पर चावल एक्सपोर्ट नहीं हो पाएगा। अमेरिका में यह 0.3 और जापान में 0.8 पीपीएम है इसल‍िए बासमती चावल की खेती में कीटनाशकों का इस्तेमाल बहुत सोच-समझकर करना होता है।