झांसी में यूपी सहित आठ उत्तरी राज्यों के कृषि मेले का आगाज
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर और यूपी सहित आठ उत्तरी राज्यों के किसानों का सबसे बड़ा मेला आज यानी गुरुवार से झांसी में शुरू हो रहा है। इस बड़े कृषि मेला का आयोजन झांसी स्थित रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय ने किया है। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही आज से तीन दिन तक चलने वाले इस मेला का शुभारंभ कर रहे हैं।
रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि हर साल आयोजित होने वाले इस मेला में किसानों को खेती की नई विधियों, तकनीक और यंत्रों के उपयोग को लेकर सभी जरूरी जानकारियां मिलेंगी।
उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का समापन 10 फरवरी को केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा करेंगे। इस साल मेला की थीम “सतत विकास के लिए पुनर्जीवी कृषि” यानी Regenerative Agriculture है। इसका उद्देश्य किसानों को प्रकृति के साथ तालमेल कायम कर सबका पेट भरने में सक्षम भारत की पुरानी खेती के तरीकों को आधुनिक तकनीक के साथ पुनर्जीवित करने के बारे में बताना है।
क्या है पुनर्जीवी खेती
आज की दुनिया में, जहां उपभोक्ता पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में चिंतित हैं, ऐसे में पुनर्जीवी कृषि ही उम्मीद जगाती है। यह खाद्य प्रणाली से जुड़ी चुनौतियों का एक उचित समाधान है। पुनर्जीवी कृषि केवल एक कृषि पद्धति ही नहीं है, बल्कि इससे कहीं अधिक यह एक समग्र दृष्टिकोण है।
इन राज्यों की होगी भागीदारी
उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला में 8 राज्य जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश अपनी सहभागिता करेंगे। मेला में हिस्सा लेने के लिए आ रहे इन राज्यों के किसानों को परंपरागत कृषि, Agriculture Export की संभावनाएं, फल, सब्जी, फूल, मशरूम व अन्य लाभदायक फसलों के उत्पादन की जानकारी दी जायेगी।
प्रदर्शनी में संरक्षित खेती, बागवानी तकनीक, पार्क, एवं अन्य तकनीकों का प्रदर्शन होगा। इसके अलावा खेती से आय में इजाफा करने वाली विधाओं से जुड़े शहद, मशरूम, बीज, वर्मीकम्पोस्ट, मूल्य संवर्धन एवं प्रसंस्करण के बारे में बताया जाएगा।