Camp for natural farming organized under Atma Project in Himachal Pradesh

हिमाचल प्रदेश में आतमा प्रॉजेक्ट के तहत प्राकृतिक खेती लिए हुआ कैंप का आयोजन

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में आतमा प्रॉजेक्ट के तहत प्राकृतिक खेती लिए कई सारे कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसी प्रॉजेक्ट के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय किसानों को देसी तरीके से खेती करने की सभी लाभ बताए गए। कार्यक्रम के दौरान हिमाचल प्रदेश में चल रहे सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। इस अवसर पर पहले से प्राकृतिक खेती कर रहे किसानों ने अपने खेतों में उगाई सब्जियों की भी विशेष प्रदर्शनी लगाई।

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इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गगरेट विधानसभा के विधायक चैतन्य शर्मा उपस्थित रहे। उन्होंने किसानो को संबोधित करते हुए देसी तरीके से खेती करने पर बल दिया। उन्होंने आगे कहा कि रसायनिक खेती को छोड़ कर प्राकृतिक खेती की तरफ किसानों को अपना रुझान करना चाहिए और इसके लिए वो उनकी हेल्पलाइन या आत्मा प्रोजेक्ट गगरेट के अध्यक्ष अजय ठाकुर के साथ भी मिलकर उनसे सहयोग मांग सकते है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किसानों के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार बग्गा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज से कुछ वर्ष पहले किसान प्राकृतिक तरीके से खेती करते थे और सभी लोग शुद्ध अनाज खाते थे, जिसके कारण किसी को कोई बीमारी नहीं होती थी। लेकिन बाजार की अंधी दौड़ में अब किसान रसायनों का प्रयोग करने लगे है जो कि जहर है। जिसका असर समाज में पड़ रहा है। कम उम्र में लोग कई गंभीर रोगों के शिकार हो रहे हैं। किसानों को चाहिए कि प्राकृतिक खेती करें आत्मा प्रोजेक्ट से उनकी हर सम्भव मदद की जाएगी। इस कार्यक्रम में आत्मा प्रोजेक्ट के अध्यक्ष अजय ठाकुर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुरेंद्र कंवर, युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमन ठाकुर और किसान मौजूद रहे।

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