Chetan Thakur of Himachal Pradesh is making huge profits from off-season vegetable production

ऑफ सीजन सब्जियों की पैदावार से मोटा मुनाफा कमा रहे हैं हिमाचल प्रदेश के चेतन ठाकुर

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में आज भी बहुत से किसान पारंपारिक खेती पर ही निर्भर हैं, लेकिन बदलते मौसम और परिस्थितियों ने किसानों का रुझान आधुनिक खेती की ओर भी किया है। ऐसे में ऑफ सीजन सब्जियों की बाजार में बढ़ती मांग और अच्छे दाम मिलने पर अब ग्रीनहाउस और पॉलीहाउस जैसी तकनीक को अपनाकर किसा, बागबान बेमौसमी फल व सब्जियां उगाकर अच्छा उत्पादन व मुनाफा कमा रहे हैं।

प्रदेश सरकार द्वारा संरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए एकीकृत बागबानी विकास मिशन चलाया जा रहा है। इसके तहत किसानों-बागबानों को पॉलीहाउस लगाने के लिए 85 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जा रहा है। जिला कांगड़ा के इंदौरा ब्लॉक के इंदपुर से संबंध रखने वाले चेतन ठाकुर एक ऐसे ही बागबान हैं जिन्होंने इस योजना से लाभ लेकर पॉलीहाउस लगाया, जिससे वह बेमौसमी सब्जियों का अच्छा उत्पादन कर आज लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं।

चेतन ठाकुर ने होटल मैनेजमेंट की डिग्री लेने के बाद बड़े-बड़े होटलों में चार साल तक काम किया लेकिन वह अपने प्रदेश में ही अपना कारोबार शुरू करने के साथ अन्य लोगों के लिए भी रोजग़ार उपलब्ध करवाना चाहते थे। उनके पिता कृषि विभाग से सेवानिवृत्त हुए है जिसके कारण शुरू से ही चेतन शर्मा की खेतबाड़ी में गहरी दिलचस्पी थी। अपने पिता से प्रेरणा लेकर उन्होंने कृषि क्षेत्र में ही अपना रोजगार शुरू करने का मन बनाया।

कृषि तथा बागबानी विभाग से मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद चेतन ठाकुर ने एकीकृत बागबानी विकास मिशन से लाभ लेकर एक एकड़ जमीन पर पॉलीहाउस लगा कर सब्जियां उगाना शुरू की। चेतन ठाकुर पांच अन्य किसान साथियों के साथ कलस्टर बना कर चार एकड़ एरिया में पॉलीहाउस में संरक्षित खेती कर रहे हैं। चेतन ठाकुर का कहना है कि बाकी किसान साथियों के साथ कलस्टर बना कर काम करने से उन्हें सब्जियों को मंडियों तक पहुंचाने, बीज, खाद, उपकरण इत्यादि सामान लाने तथा ले जाने में पैसों की बचत के अलावा खेती में अपना-अपना अनुभव साझा करने में भी मदद मिलती है।