कोर्ट ने भक्तों को शिरडी साईं बाबा मंदिर में फिर से फूल-माला चढ़ाने की अनुमति दी
शिरडी: भक्तों के लिए एक अच्छी खबर है कि वे अब शिरडी में स्थित श्री साईं बाबा संस्थान में फिर से फूल और माला चढ़ा सकेंगे। औरंगाबाद बेंच ने 14 नवंबर को चार साल से लगे इस प्रतिबंध को हटाने का फैसला लिया है। इस परंपरा को कोविड-19 महामारी के दौरान 2020 में रोक दी गई थी। श्रद्धालु बहुत समय से इस प्रतिबंध के हटने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थें।
इस फैसले को लेकर संस्थान की एड-हॉक कमेटी और फूल विक्रेताओं द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई हुई। जस्टिस मंगेश पाटिल और शैलेश ब्रह्मे की बेंच ने इस बात का आदेश दिया कि संस्थान फूल चढ़ाने की अनुमति दे, साथ ही फूलों से उत्पन्न कचरे के उचित निपटारे के लिए योजना बनाए। कोर्ट के इस फैसले से फूल विक्रेताओं और भक्त जन दोनों बहुत खुश हैं।
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संस्थान के वकील अनिल बजाज ने बताया कि फूल संस्थान के कर्मचारियों द्वारा संचालित क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से खरीदे जाएंगे और मंदिर परिसर में उचित कीमत पर बेचे जाएंगे। इससे फूल किसानों और भक्तों को लाभ होगा। संस्थान ने पहले फूलों से कचरा प्रबंधन के लिए स्वयं सहायता समूह के साथ मिलकर अगरबत्ती बनाने का काम किया था, जिसे फिर से शुरू करने पर विचार हो रहा है। हालांकि, अभी तक कचरा निपटाने की ठोस योजना तैयार नहीं की गई है।
याचिकाकर्ता के वकील पीएस तालेकर ने कहा कि इस फैसले से अवैध फूल विक्रेताओं की समस्या और भक्तों के साथ दुर्व्यवहार बढ़ सकता है। राज्य के वकील एबी गिरसे ने भी स्वच्छता और अवैध गतिविधियों को लेकर चिंता जताई। अदालत ने यह साफ़ कह दिया है कि संस्थान को साफ-सफाई का ध्यान रखना पड़ेगा और साथ -साथ फूलों का प्रबंधन भी बेहतर तरीके से करने की हिदायत दी।