CSIR-NBRI, Lucknow will organize an exhibition of chrysanthemums and lilies from 9th to 10th December.

लखनऊ के सीएसआईआर-एनबीआरआई में 09 से 10 दिसम्बर तक होगा गुलदाउदी एवं कोलियंस प्रदर्शनी का आयोजन

नई दिल्ली। यदि आप भी फूलों और बागवानी का शौक रखते हैं और इसके बारे में जानना चाहते हैं तो आपके लिए यह एक बहुत बढ़िया मौका है। सीएसआईआर-एनबीआरआई में 9 से 10 दिसम्बर तक गुलदाउदी और कोलियस प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएसआईआर-राष्‍ट्रीय वनस्‍पति अनुसंधान संस्थान के सेंट्रल लॉन में दिसंबर महीने में दो दिन की प्रदर्शनी लग रही है। इस प्रदर्शनी में बागवानी के शौकीन और किसान सीएसआईआर-एनबीआरआई के वैज्ञानिकों से गुलदाउदी और कोलियस की खेती की जानकारी ले सकते हैं; यहाँ पर गुलदाउदी की 75 से अधिक किस्में देख सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि इस प्रदर्शनी में आम लोग भी अपने फूलों की प्रदर्शनी लगा सकते हैं, जिसमें लोगों को पुरस्कार भी दिए जाएँगे। इस प्रदर्शनी के ज़रिए फूलों की खेती और इसके विभिन्न पहलुओं के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है। यह एक अच्छा मौका है जहाँ लोग फूलों के कई रंगों, प्रकारों, आकारों और उनके संवर्धन पद्धतियों को देख सकते हैं। अधिक जानकारी और प्रदर्शनी में स्टॉल लगाने के लिए संस्थान के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ एसके तिवारी से इस नंबर पर (0522-2297965/961; 9454379222) संपर्क कर सकते हैं।

बता दें कि ख़ास फूल की फसल है गुलदाउदी। गुलदाउदी की कई ऐसी किस्में हैं, जिनकी किसान खेती कर सकते हैं। सर्दियों में फूल देने वाली गुलदाउदी की माँग बाज़ार में काफी रहती है। भारत में गुलदाउदी की खेती व्यापारिक तौर पर की जाती है, ख़ासकर ठंड के मौसम में इसकी ज़्यादा खेती होती है। इसके फूलों का इस्तेमाल मुख्य रूप से पार्टी की सजावट, धार्मिक चढ़ावे और माला बनाने के लिए किया जाता है।

गौरतलब है कि गुलदाउदी की खेती व्यावसायिक तौर पर कर्नाटक, तामिलनाडू, पंजाब और महाराष्ट्र में ज़्यादा की जाती है। क्यों ख़ास है कोलियस कोलियस की रंग-बिरंगी और छोटी बड़ी पत्तियाँ उसे सबसे सुंदर और ख़ास बनाती हैं। कोलियस का पौधा देखने में बेहद खूबसूरत होता है, और देखभाल की ज़्यादा जरूरत नहीं होती है। ये पूरे साल हरा-भरा रहता है। कोलियस के पौधे को अपने घर के गार्डन, बालकनी और किसी भी कोने में लगा सकते हैं।

एनबीआरआइ के मुख्य वैज्ञानिक डा. एसके तिवारी बताते हैं कि संस्थान बीते पांच दशकों से पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन कर रहा है। गुलदाउदी और कोलियस की प्रदर्शनी प्रति वर्ष दिसम्बर में एवं गुलाब और ग्लेडियोलस की प्रदर्शनी जनवरी माह में लगायी जाती हैं । इसका उद्देश्य लोगों के बीच फूलों के प्रति रुझान बढ़ाना, उनकी महत्ता बताना और पर्यावरण के सौंदर्य को सबके सामने लाना है। यहां पर पुष्प प्रेमियों और बागवानी करने वाले लोगों को अलग-अलग पौधों के बीच छोटे पौधे या बागवानी से जुड़े अन्य उपकरणों को खरीदने के लिए स्टाल भी लगाए जाएंगे।