Why is Ashoka tree planted in front of the house?

क्या आप जानते हैं दरवाजे पर क्यों लगाया जाता है अशोक का पेड़?

नई दिल्ली। भारतीय संस्कृति और परंपरा में सभी पेड़-पौधों का अपना महत्व होता है। वास्तु शास्त्र में और आयुर्वेद में सभी पेड़ पौधों का वर्णन मिलता है। प्राचीन काल में भी राजा महाराजा अपने दरवाजे पर पेड़ पौधे लगाते थे। तो आइए जानते हैं अशोक के पेड़ के बारे में जिसे अपने दरवाजे पर लगाया जाता था।

अशोक के पौधों को बहुत पवित्र माना गया है। अशोक का शाब्दिक अर्थ है, किसी प्रकार का शोक न होना अशोक के पेड़ के पत्तों से लेकर इसकी जड़ तक का अपना महत्व होता है। अशोक के पेड़ को बेहद शुभ माना जाता है। रामायण के अनुसार जब लंकापति रावण माता सीता का हरण करके ले गया था, तो उन्हे अशोक वाटिका में ही रखा था। इसके साथ-साथ अशोक के पेड़ का महत्व आयुर्वेद में भी मिलता है। बहुत सारे रोगों के इलाज में इसका प्रयोग किया जाता है।

वास्तुशास्त्र में अशोक का पेड़ का महत्व

वास्तु शास्त्र में लिखा है कि घर के आसपास  मौजूद अशोक का पेड़ ऊर्जा को संचालित करती है। अशोक के पेड़ को शोक नाशक बताया गया है। यानी कि एक ऐसा पेड़ जो घर के संकट दूर करता है। वास्तु शास्त्र में अशोक के पेड़ को घर में लगाने के लिए उत्तर दिशा सबसे उत्तम मानी गई है। पर्यावरण के लिए भी यह काफी उत्तम माना गया है। यह अपने आस-पास में हमेशा हरा-भरा वातावरण तैयार करता है।