औषधीय पौधों की करें खेती, कमाए बम्पर मुनाफा
नर्सरी टुडे डेस्क
नई दिल्ली: औषधीय पौधों (Medicinal Plants) की खेती कर किसान खूब मुनाफा पा सकते हैं। इन फसलों की खास बात ये है कि इनकी खेती कम लागत में होती है. इन प्लांट्स की खेती के लिए विशेष जगह की भी आवश्यकता नहीं होती, यही कारण है कि किसान काफी तेज़ी से इस ओर आकर्षित हो रहे हैं साथ ही सरकार भी आर्थिक मदद कर किसानों को सब्सिडी दे रही है.
आइये जानते हैं कुछ मेडिसिनल प्लांट्स के बारे में…
अश्वगंधा प्लांट्स
आयुर्वेदिक पद्धतियों में अश्वगंधा (Ashwagandha) का अत्यधिक महत्व है. इसकी जड़ों से आयुर्वेदिक और यूनानी दवाएं तैयार की जाती हैं. 160 – 180 दिनों में अश्वगंधा की फसल काटने के लिए तैयार हो जाती है. इसे काटकर, इसकी जड़ों, पत्तियों और छाल को बाज़ार में अलग-अलग बेच सकते हैं.
लेमनग्रास प्लांट्स
लेमनग्रास (Lemongrass) एक और ऐसा प्लांट है जिसकी खेती बड़ी आसानी से की जा सकती है. कम सिंचाई और कम देखभाल में भी यह पौधा अच्छा मुनाफा देता है. इसकी रोपाई के बाद सिर्फ एक बार निराई की ज़रुरत पड़ती है और सिंचाई भी साल में 4-5 बार ही करनी पड़ती है. मार्केट में इसका तेल 1200 रुपऐ प्रति लीटर तक बिकता है.
सतावर प्लांट्स
सतावर या शतावरी (Shatavari) के डंठल और पत्तों का उपयोग कर कई सारी दवाइयां बनायी जाती हैं. एक एकड़ में सतावरी की खेती कर 5 से 6 लाख रुपये कमाए जा सकते हैं.
जिरेनियम प्लांट्स
जिरेनियम (Geranium) पौधे से तेल निकालने का काम किया जाता है. इसके तेल की कीमत बाज़ार में 20,000 रुपये प्रति लीटर तक है. यह एक सुगन्धित पौधा है. इसके तेल का इस्तेमाल औषधीय दवाएं, साबुन, इत्र और सौंदर्य प्रसाधन बनाने में किया जाता है.
मेडिसिनल प्लांट्स की खेती सरल और सुरक्षित तरीके से की जा सकती है. इसकी खेती कर आप अधिक मुनाफा तो हासिल कर ही सकते हैं खास करके तब जब सरकार खुद आर्थिक सहायता और सब्सिडी देकर इसकी खेती को प्रोत्साहित कर रही है साथ ही औषधीय पौधों की खेती आयुर्वेदिक पद्धतियों को भी बढ़ावा देने में मदद करेगी.