नौकरी छोड़ शुरू की अमरूद की खेती, पहली फसल में कमाए बीस लाख
नई दिल्ली। आपने भी सुना होगा लोग नौकरी छोड़कर कृषि की राह चुन लेते हैं, और वे इस क्षेत्र में बड़े मुकाम पर पहुंच जाते हैं। आज आपको एक ऐसे ही शख्स की कहानी बताएंगे, जिन्होंने नौकरी की राह छोड़कर बागवानी को चुना। हरियाणा के पंचकुला जिले के रहने वाले किसान राजीव भाष्कर एक ऐसे ही किसान हैं, जिन्होंने बागवानी के क्षेत्र में मिसाल कायम किया है। बता दें कि राजीव भाष्कर ऐसे किसान हैं, जिन्होने एमबीए तक की शिक्षा हासिल की है। राजीव ने वीएनआर सीड्स की सेल्स एंड मार्केटिंग टीम के साथ अपना करियर शुरू किया था। राजीव ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनकी नौकरी एक दिन उन्हें कृषि से जोड़ देगी।
एक साल में 20 लाख की आमदनी
बागवानी को लेकर राजीव का जुनून इतना बढ़ गया कि, उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला किया। साल 2017 में राजीव ने हरियाणा के पंचकुला में पांच एकड़ जमीन ठेके पर लेकर अमरूद की खेती करने का फैसला किया। राजीव ने फल की पैदावार बढ़ाने और उसे सुरक्षित रखने के लिए जैविक सामग्रियों से तैयार किए गए जैवनाशी और जैवउर्वरक को इस्तेमाल किया। उन्होंने अमरूद की पहली फसल की तोड़ाई की और इसकी बिक्री के बाद 20 लाख रुपये कमाए।
55 एकड़ जमीन को पट्टे पर लिया
राजीव ने अमरूद की बढ़ती डिमांड के बीच खेती का रकबा बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने 2019 में तीन और निवेशकों के साथ रूपनगर, पंजाब में 55 एकड़ जमीन को पट्टे पर लिया। उन्होंने और उनकी टीम ने इसमें से 25 एकड़ जमीन में अमरूद के पेड़ लगाए।