Farmer sees a ray of hope in fig cultivation

अंजीर की खेती में दिखी किसान को उम्मीद की किरण

नई दिल्ली।आज के बदलते समय में किसानों  ने  परम्परागत खेती को छोड़ कर बागवानी करना शुरू कर दिया है। वे बागवानी के बदौलत किसान अब बेहतर कमाई करने लगे हैं। बिहार के गया जिले के रहने वाले किसान आशीष कुमार सिंह ने अंजीर की खेती कर मिसाल कायम की है। आशीष  ने 40 से 50 पौधे लगाए हुए हैं। सभी पौधों में अंजीर का फल भी आ गया है। उम्मीद है कि लगभग 2 कुन्तल अंजीर का उत्पादन होगा। आशीष ने तीन वैरायटी की अंजीर खेतों में लगाई है, जिसमें पूना रेड, तुर्की ब्राउन और डायना है। बता दें कि अंजीर की  मौजूदा कीमत बाजार में 1200-1500 रुपये  प्रतिकिलो  चल रही है।

ट्रायल के तौर पर  2 पौधे लगाएं

स्वास्थ्यवर्धक औऱ पोषण से भरपूर अंजीर को सूखा मेवा के रूप में खाया जाता है। बाजार में भी अंजीर से बने उत्पाद की मांग रहती है। यह शुष्क जलवायु में उगाया जाने वाला फल है। यह देश के महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, के अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार में भी इसकी खेती की जाती हैं।  बिहार के गया के रहने वाले किसान आशिष कुमार सिंह इसकी  व्यावसायिक  खेती  करके लोगों के लिए  प्रेरणा बन गए हैं। बताया जा रहा है कि आशिष ने ट्रायल के तौर पर 5 साल पहले घर के छत पर 2 पौधे लगाए थे। जिसमें फल आने के बाद 3 साल पहले 70-80 पौधे खेतों में लगाए और अब फल भी आ चुके हैं।

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अच्छे उत्पादन होने की उम्मीद

किसान आशीष कुमार सिंह बताते हैं कि, वे पिछले दो साल से अंजीर की खेती कर 70 पौधे लगाए हैं। पिछले साल जहां पौधे में 10 से 12 फल आए थे, लेकिन इस बार अच्छे उत्पादन होने की उम्मीद है। आशीष आगे बताते है कि बिहार और महाराष्ट्र की जलवायु भी इसकी खेती के लिए काफी अनुकूल मानी जाती है।