हिमाचल प्रदेश में प्रकृतिक खेती करेंगे किसान और बागवान
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में सरकार बागवानों और किसानों के लिए कई योजना चला रही है। अब प्रदेश में बागवानों और किसानों को प्राकृतिक खेती से अधिक आय प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जाएगा। इससे जिला लाहुल के काजा और चंबा के पांगी क्षेत्र में किसानों को प्राकृतिक खेती से प्रेरित किया जाएगा। सरकार द्वारा बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारने के लिए शिमला स्थित कृषि भवन बालूगंज में शुक्रवार को बैठक हुई।
फल, सब्जियों के लिए उचित प्रबंध होगा
इस बैठक में किसान योजना के राज्य परियोजना निदेशक हेमिस नेगी ने कृषि बजट को धरातर पर उतारने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने आगामी वित्त वर्ष की कार्ययोजना 31 मार्च से पहले तैयार कर भेजने का निर्देश दिए। उन्होंने आगे कहा कि काजा और पांगी इलाके में उगने वाले फल, सब्जियों और अनाजों के विपणन के लिए भी उचित प्रबंध किए जाएंगे।
बागवानों की आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
इस बैठक में राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्टअप योजना की भी चर्चा की गई इसके तहत किसानों और बागवानों की आर्थिक स्थिति मजबुत बनाई जाएगी। राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्टअप योजना के संयुक्त कृषि निदेशक डा. रविंद्र सिंह जसरोटिया ने कहा कि राज्य सरकार की बजट घोषणाओं को जल्द धरातल पर उतारा जाएगा