planting kinnow

किन्नू लगाकर मोटी कमाई कर रहे हैं किसान, परंपरागत खेती छोड़ लगा रहे हैं बागवानी 

नई दिल्ली। हरियाणा के भिवानी जिले के किसान बागवानी की खेती कर बंपर कमाई कर रहे हैं। यहां के किसानों ने अब पंरपरागत खेती को छोड़ कर फलों की बागवानी लगाना शुरू कर दिया है। किसानों को इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से अनुदान भी दिया जा रहा है। किसान देसी खाद का प्रयोग कर अपने खेतों में किन्नू लगाकर मोटी कमाई कर रहे हैं। भिवानी के रहने वाले किसान रामकिशन ने इस बार परम्परागत खेती न करके सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से किन्नू की फसल लगाई है।  इस खेती के लिए  उन्होंने  किसी भी  प्रकार के रसायनिक खाद का प्रयोग नहीं किया है।

Read more-स्कूलों में उगाई जा रही हैं सब्जियां,  मिड डे मिले में होता है उपयोग 

तीन एकड़ में दो लाख का मुनाफा

हरियाणा के प्रगतिशील किसान देसी खाद से खेती कर  रहे हैं, जिसका उदाहरण भिवानी के गांव जमालपुर में देखने को मिल सकता है, किसान रामकिशन का कहना है कि उनके पास 25 एकड़ जमीन है।  तीन एकड़ में किन्नू की खेती की है। किसान रामकिशन कहते हैं कि आने वाले समय में बागवानी लगाकर किन्नू पैदा करूँगा। अब तीन एकड़ में दो लाख का मुनाफा कमा रहा हूं।

किसानों को दिया जा रहा है  प्रशिक्षण 

भिवानी जिले के बागवानी अधिकारी देवी लाल की माने तो किसान अब बागवानी की तरफ बढ़ रहे हैं। किसानों का रुझान बागवानी की ओर ज्यादा हो रहा है। अब धान, गेंहू को छोड़कर जिले में कुछ किसानों ने बागवानी लगाना शुरू कर दिया है। वहीं जिला कृषि कार्यालय की ओर से किसानों को बागवानी की खेती करने के लिए लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। किसानों को हमेशा कैम्प लाकर बागवानी के बारे में जानकारी दी जाती है।

Read More:  झाँसी के किसान सुरेश ने पथरीली जमीन पर उगाया ड्रैगन फ्रूट

खेती अब घाटे की सौदा नहीं 

भिवानी के किसानों ने यह साबित कर दिया कि खेती अब घाटे की सौदा नहीं है, किसान अब बागवानी लगाकर मालामाल हो सकते हैं। किसान रामकिशन ने पूरे क्षेत्र में देसी खेती करके दिखा दिया की कृषि कार्य से भी अच्छी कमाई हो सकती है। इनके द्वारा की गयी खेती अब अन्य किसानों के लिए भी वरदान साबित हो रहा है।

उत्तर भारत में होती है किन्नू की खेती

किन्नू एक ऐसी फसल है जिसकी खेती भारत के सभी क्षेत्रों में कि जाती है, इसमें विटामिन सी और बी अधिक मात्रा में पाया जाती है। इसके सेवन से रोग  प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है। आज के बदलते समय में हरियाणा, पंजाब, उत्तरखंड. हिमाचल समेत देश के सभी भागों में किन्नू की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है। इसके खेती से किसानों को अच्छी कमाई भी हो रही है। इसकी खेती के लिए सभी प्रकार की मिट्टी उपयुक्त मानी जाती हैं।

Read More:  स्कूलों में उगाई जा रही हैं सब्जियां,  मिड डे मिले में होता है उपयोग