हिमाचल में प्राकृतिक खेती से बढ़ेगी किसानों की आमदनी : सुक्खू
नई दिल्ली। हिमाचल में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए नई नई योजनाएं लेकर आ रही हैं। इन योजनाओं से किसान घर बैठै प्रतिमाह बीस से पच्चीस हजार रुपए कमा पाएंगे और हिमाचल के किसानों की आमदनी में इजाफा होगा। यह ऐलान हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया। सुक्खू शनिवार को डॉ वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के 12वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में सभी को रोजगार मिले, यह संभव नहीं है। प्राकृतिक खेती से आत्मनिर्भर बना जा सकता है, लेकिन कोई खेती ही नहीं करना चाह रहा है। जो लोग खेती करते थे, उन्होंने इसे छोड़ दिया है क्योंकि राशन डिपो में सस्ता राशन मिल रहा है। प्राकृतिक खेती वही कर सकता है, जिसके घर में पशु होंगे। जिन किसानों के पास जमीन के साथ पशु होंगे, उनकी हर माह 20 से 25 हजार के बीच में आय हो, इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में बेटियां आगे बढ़ रही हैं। नौणी विश्वविद्यालय में 23 गोल्ड मैडलिस्ट में से 20 बेटियां थीं। उन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिलें, इसके लिए सरकार लड़की की विवाह की उम्र को 18 वर्ष से 21 वर्ष कर रही है। इसके लिए सरकार ने एक कमेटी का भी गठन किया है। पुलिस भर्ती में 30 फीसदी सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित की गई हैं। हिमाचल की कमजोर आर्थिक स्थिति का असर शिक्षा पर नहीं पड़ेगा।
शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए सरकार काम कर रही है लेकिन इस क्षेत्र में बहुत सुधार करने की अभी आवश्यकता है। दीक्षांत समारोह के दौरान नगर निगम के मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में पार्टी की हुई हार को लेकर पूछे गए सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया।