हिमाचल के किसान कर रहे हैं ड्रैगन फ्रूट की खेती
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश फलों की बागवानी करने के लिए सबसे बेहतर स्थान माना जाता है। यहां सेब, अमरूद, नसपाती आदी फलों की भारी पैदावार होती हैं। हिमाचल की सेब की मांग तो विदेशों में भी रहती है। यहा सेब के साथ-साथ अब किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं। प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारवीं के पास पनोह गांव के किसान सुनिल चंदेल ने ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की है।
बता दें कि ड्रैगन फ्रूट की मांग बाजार में बहुत ज्यादा है। जिसकी कीमत लगभग 200 से 250 रुपये प्रति किलोग्राम होती है। इसकी खेती करने के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है। बागवानी के जानकारों का माने तो पिछले कई सालों से ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए हिमाचल बेहतर साबित हो सकता है।
बता दें कि ड्रैगन फ्रूट के पौधों को नर्सरी में में भी तैयार किया जाता है। इसकी एक पौधे की मुल्य 100 रुपये से 200 रुपये तक होती है।विशेषज्ञ का माने तो आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश के बंजर भूमि में ड्रैगन फ्रूट की खेती हो सकती है।
सेहत के लिए बेहतर है ड्रैगन फ्रूट
ड्रैगन फ्रूट सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन्स की मात्रा भरपूर होती है। ड्रैगन फ्रूट में पॉलीफेनोल्स, कैरोटीनॉयड और बीटासायनिन जैसे प्लांट कंपाउंड होते हैं। ड्रैगन फ्रूट में एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, लाइकोपीन और बीटालेन होते हैं।