Farmers will learn the tricks of modern farming through Artificial Intelligence in Bihar

बिहार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से किसान सीखेंगे आधुनिक खेती के गुर

नई दिल्ली। बिहार में किसानों आधुनिक खेती के नए गुर सिखाने एवं सरल भाषा में डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम आधुनिक तकनीक को बढ़ावा देने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत कृषि विभाग ने माइक्रोसेव कंसल्टेंसी से एक करार किया है। इस करार के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी नवीनत्तम तकनीकों का इस्तेमाल करके राज्य के किसानों को और बेहतर कृषि संबंधित सेवाएं प्रदान की जाएगी।

कंसल्टेंसी एजेंसी से समझौता के मौके पर कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, विभाग के सचिव संजय अग्रवाल भी उपस्थित थे। कृषि विभाग की ओर से कृषि निदेशक डॉ. आलोक रंजन घोष एवं माइक्रोसेव कंसल्टेंसी के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार शर्मा ने हस्ताक्षर किया।

अब डिजिटल फार्मर्स सर्विसेज के माध्यम से कृषि एवं संबद्ध विभागों की योजनाओं का लाभ लेने के लिए आवेदन की सुविधा उपलब्ध होगी। साथ ही अन्य सेवाएं जैसे मौसम की जानकारी, कृषि सलाह संबंधित सेवाएं, कृषि उत्पाद का बाजार मूल्य और वित्त सेवाएं आदि की दिशा में कार्य करेगा।

इस प्लेटफार्म पर सार्वजनिक, निजी एवं गैर लाभकारी सेवा प्रदाताओं को जोड़ा जाएगा। इसके माध्यम से कृषि संबंधित सभी संसाधनों को एक स्थान पर एकीकृत कर विकसित किया जाएगा।

इस प्लेटफार्म में किसानों के लिए शिकायत निवारण की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी तथा किस स्तर पर उनके आवेदन लंबित है, पर त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी।

एकीकृत डिजिटल फार्मर्स सर्विसेज को विकसित करने के लिए बिल एवं मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा सम्पोषित किया जा रहा है।