बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में हुआ पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन

नई दिल्ली। बनारस  हिंदू  विश्वविद्यालय  में पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इस प्रदर्शनी में देश के कई हिस्सों के पुष्प प्रेमियों ने भाग लिया। प्रदर्शनी में चावल से तैयार की गयी बीएचयू संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय की आकृति और फूलों से तैयार की गयी रंगोली लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र  रही।  बनारस के अलावा कई जगहों से लोग इस पुष्म प्रदर्शनी को देखने के लिए पहुंचे। प्रदर्शनी में  एक प्रतियोगिता का आयोजन  भी किया गया। जिसमें 638 प्रतिभागियों ने भाग लिया। यह प्रदर्शनी 27 दिसंबर की शाम छह बजे तक चली।

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फूल प्रदर्शनी को देखने लिए उमड़ी भीड़

इस प्रदर्शनी में गुलाब के चर्चित फूलों को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ पहुंची। किंग आफ द शो के लिए हाट साट गुलाबी, क्वीन आफ द शो, के लिए टाप जुमेलिया, फ्रिंस आफ द शो के लिए के लिए टाप पीच सीक्रेट, प्रिंसेज आफ शो के लिए अंबे रोजिया के फूलों का लोगों ने दीदार किया।  बनारस हिंदू विश्वविद्यालय  के बागवानी विभाग के आचार्य प्रभारी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि लोग ने फूलों से बन रही मंदीर, सुकर्तन कला, मसाले और औषधीय पौधे, जैविक फलदार पौधे, शाक-भाजी के पौधे  को उगाने के बारे में जानकारी ली। बता दें कि इस प्रदर्शनी का आयोजन बनारस  हिंदू  विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती 25 दिसंबर के अवसर पर किया गया।

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कटे फूलों, रंगीन पत्तियों से बनाई आकर्षक डिजाइन

इस प्रदर्शनी में गुलदावदी, गुलाब, लीलियम, जलबेरा, ग्लैडियोलस, रजनीगंधा सहित कई फूलों का अलग-अलग प्रकार रखा गया था। फल व सब्जियों, औषधीय पौधे, जैविक फलदार पौधे, जैविक शाक-भाजी के साथ ही अलग-अलग फूलों से रंगोली भी सजाई गई थी। मालवीय प्रदर्शनी में चावल के दाने से महामना की आकृति बनाई गई। इसके अलावा हरी पत्तियों के संग्रह, मालवीय जी पर आधारित वास्तुकला के नमूने, मानव पक्षी एवं जल प्रपात आदि आकर्षण के केंद्र रहे। प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के अलावा 39 जीटीसी छावनी परिषद, उप-निदेशक उद्यान, बनारस रेल इंजन कारखाना, केंद्रीय कारागार, पूर्वोत्तर रेलवे, जिला कारागार आदि ने हिस्सा लिया है।

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