फूल: सुन्दरता के साथ सेहत का खजाना
नई दिल्ली: प्रकृति के अनमोल तोहफे में से एक फूल है। इसकी खासयित यह है की यह देखने में आकर्षक होने के साथ-साथ हर किसी के मन को भी भा लेता है, इतना ही नहीं बहुत सारे फूल सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं। सदियों से आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में फूलों का उपयोग होता आ रहा है। औषधीय गुण कि मौजूदगी के कारण यह ना केवल कई बीमारियों से बचाव में मदद करता है , बल्कि शरीर और मन को भी शांत रखने में मददगार होता है।
गुलाब को फूलों का राजा कहा जाता है। इसकी खुशबू मन को शांति देती है और यह त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद है। गुलाब में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दाग-धब्बे हटाने और त्वचा को नमी देने में मदद करते हैं।
इसे भी पढ़ें: फूलों की खेती से गोपालगंज के किसान कर रहे है लाखों की कमाई
सदाबहार का फूल डायबिटीज के इलाज में कारगर है। इसकी पत्तियों से बने काढ़े का सेवन रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-कैंसर गुण भी पाए जाते हैं।
गेदे के फूल को पूजा और सजावट में खूब इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसमें छुपे औषधीय गुण इसे खास बनाते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीफंगल गुण घाव भरने और त्वचा की जलन को कम करने में मदद करते हैं।
कमल न केवल पवित्र माना जाता है, बल्कि यह त्वचा की समस्याओं जैसे एक्जिमा और सोरायसिस को कम करने में मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं।
लैवेंडर की खूबी यह है के इसकी खुशबू मानसिक तनाव को काम करने में कारगर होने के साथ-साथ नींद को भी बेहतर बनाती है। अरोमाथेरेपी में इसका उपयोग किया जाता है। इस फूल का उपयोग सिरदर्द और माइग्रेन को दूर करने में भी बहुत लाभदयाक होता है।
जो कोई भी प्राकृतिक उपचार में विश्वास रखते है तो इन पांच फूलों का सही ढंग से उपयोग कर अपनी सेहत में सुधार ला सकता है।