क्लस्टर-खेती

चार क्लस्टरों से बढ़ेगी खेती और बागवानी

उत्तरकाशी। जनपद में अब क्लस्टर के माध्यम से खेती और बागवानी को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए उद्यान विभाग ने जायका परियोजना में चार क्लस्टरों का चुनाव किया है। इनमें भटवाड़ी ब्लॉक के रैथल में आलू, डुंडा के धौंतरी में कीवी, नौगांव के किम्मी में टमाटर और मोरी ब्लाॅक के डोभालगांव में सेब के उत्पादन से काश्तकारों को जोड़ने की योजना है।
दरअसल, जनपद में सेब, कीवी बागवानी फसल से लेकर टमाटर, मटर आदि नकदी फसलों का अच्छा उत्पादन हो रहा है, लेकिन ये उत्पादन क्षेत्र काफी बंटा हुआ है। अब फसल के अनुसार उत्पादन क्षेत्र को चिह्नित करते हुए क्लस्टर के आसपास के गांवों को भी उस फसल के उत्पादन से जोड़ने की योजना है।
मुख्य उद्यान अधिकारी डीके तिवारी का कहना है कि योजना में तीन माह पूर्व ही क्लस्टरों का चुनाव किया गया है, जिसमें मोरी के डोभालगांव में बनाए जाने वाले सेब क्लस्टर में आठ गांव शामिल हैं। यहां एप्पल मिशन योजना में करीब 146 काश्तकारों ने आवेदन किया है, जिन्हें योजना में सब्सिडी दरों पर सेब की पौध उपलब्ध कराई जाएगी। इसी तरह डुंडा के धौंतरी क्लस्टर में पांच हेक्टेयर भूमि पर कीवी की बागवानी की योजना है। इसके लिए भी काश्तकारों को आवेदन के आधार पर चुना जाएगा। इसी तरह भटवाड़ी के रैथल में आलू और नौगांव के किम्मी क्लस्टर में टमाटर का उत्पादन बढ़ाने के लिए काश्तकारों को चुना जाएगा।