Fruits and vegetables will now be ready without pesticide spraying. A team of four-member scientists including Dr. Monica, a scientist from Horticulture and Forestry University, Nauni

बिना कीटनाशकों के तैयार होंगी फल-सब्जियां, बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के वैज्ञानिकों ने की नई खोज   

नई दिल्ली।फल और सब्जिया अब बिना कीटनाशक छिड़काव के तैयार हो जाएंगी। हिमाचल प्रदेश के बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी की वैज्ञानिक डॉ. मोनिका समेत चार सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम ने एक नया विकल्प तैयार किया है। टीम ने नैनो यूरिया की तरह रसायनों का नैनो फंगीसाइड तैयार किया है।  विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक बताते हैं कि छह साल तक चले शोध में पाया गया कि, यह जहरीले रसायनों के मुकाबले मात्र 15 से 20 फीसदी तक उपयोग होगा और फसलों व पौधों में लगने वाली बीमारियों पर अधिक असरदार होगा। विश्वविद्यालय के शोध निर्देशक डॉ. संजीव चौहान ने बताया कि इसका सबसे ज्यादा फायदा बागवानी करने वाले किसानों को मिलेगाखेती में रसायनों के छिड़काव में आने वाली लागत भी 50 से 70 फीसदी तक घट जाएगी।

शिमला मिर्च और आम पर ट्रायल

बता दे कि बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के पादप रोग विज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मोनिका ने बताया कि शिमला मिर्च और आम पर इसका ट्रायल किया है। दोनों फसलों को जो भी बीमारियां लगीं, उसमें इस नैनो फंगीसाइड के छिड़काव का बेहतर असर हुआ।

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फलों पर होगा ट्रायल

विश्वविद्यालय की ओर से अब फलों पर ट्रायल शुरू किया गया हैं। इनमें संतरा, किनू, आम इसके बाद हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले सभी फलों और सब्जियों पर भी ट्रायल किए जाएंगे।

बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी  के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने कहा कि नैनो फंगीसाइड किसानों-बागवानों के लिए लाभदायक होगा। उनकी खेती की लागत भी घटेगी। इस पर टीम ने आगामी शोध शुरू कर दिए हैं। इसमें कई फसलों पर ट्रायल होंगे।