बिलासपुर में जीरो बजट खेती में दोहरी पैदावार के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है बागवानों को
नई दिल्ली। जिला बिलासपुर के किसान एवं बागवानों के लिए उद्यान विभाग पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन शुरू कर रहा है। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 40 लोगों का समूह (दल) करनाल कुरुक्षेत्र (हरियाणा) के लिए रवाना हो गया। यह जानकारी देते हुए कार्यक्रम प्रभारी उद्यान प्रसार अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि बागवानों को जीरो बजट खेती, रसायनिक खाद रहित माल्टा, मौसम्मी, स्वीट, ऑरेंज, आम, अमरूद, लिची, नींबू, अनार, पपीता, आंवला व सेब आदि फलोद्यायन विकसित करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षित बागवान गुर सीखकर क्षेत्र के और अधिक किसानों को अपने हुनर के गुर सिखाएंगे। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के भ्रमण में पवन कुमार, नंद कुमार, मनोज कुमार, विजय कुमार, रामलाल, शंकर सिंह, रामपाल, गोपाल, नरेश, ब्रजेश कुमार, विजय पाल, निर्मल, कर्म सिंह, अंजू वाला, निशांत, सुनीता, रेशमा, सुषमा, यतीश, पुष्पा देवी, रमेश कुमार, जसवंत सिंह, सुमना, सुनीता देवी, मोती लाल, राजकुमार, धर्म चंद, राजेंद्र कुमार, सीता राम शर्मा, अजय सिंह, कुलदीप शर्मा, सागर, देवराज, सूरज, सदा राम, देवीदत्त, जगत राम, हरी दास, सरवन व बरफी राम आदि ने बागवानी में जीरो बजट बागवानी के गुर सिखेंगे। यह कार्यक्रम बागवानी विभाग द्वारा किसानों की आर्थिकी मजबूत करने और रसायनिक खाद व जहरीली दवाओं से निजात दिलाने के लिए सरकार द्वारा रखा गया है, ताकि लोगों का स्वास्थ्य बेहतर बना रहे।
दोहरी पैदावार के लिए किया जा रहा प्रशिक्षित
उद्यान विभाग के उपनिदेशक माला शर्मा ने बताया कि बागवानों को जीरो बजट खेती में दोहरी पैदावार लेने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि फलों के साथ प्याज, लहसुन, मिर्च मसाला, मोटा अनाज गेहूं, मक्की और फूलों आदि की फसलें उगाई जा सके। इससे एक तरफ पैदावार बढ़ेगी और दूसरी तरफ बागवानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। किसान बागवान को सरकार की योजना का लाभ उठाकर विकसित होना चाहिए। इसी उद्देश्य से घुमारवीं, सदर, झंडूता व स्वारघाट चार ब्लॉक से 40 किसानों को करनाल व कुरूक्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा।