Gardening Tips: टमाटर के पौधों में ऐसे कराएं अपने हाथ से परागण

घर के बगीचे या टैरेस गार्डेन में कई बार टमाटर के पौधों में फल नहीं लग पाते। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन पौधों में परागण नहीं हो पाता। इसका समाधान ये है कि आपको इन पौधों में अपने हाथ से परागण कराना पड़ेगा। इसे कैसे करें, ये हम आपको बता रहे हैं…
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नर्सरी टुडे डेस्क

नई दिल्ली। टमाटर (Tomato) के पौधे में परागण (pollination) आम तौर पर मधुमक्खी, हवा या अन्य पोलिनेटर (pollinater) के माध्यम से होता है, लेकिन अगर आपके घर के बगीचे या टेरिस गार्डन में पोलिनेटर्स नहीं आते हैं, जिसके कारण टमाटर के फूल, फल बनने से पहले ही गिर जाते हैं, तो आप इन समस्याओं से बचने के लिए अपने टमाटर के पौधों में लगे फूलों को स्वयं ही अपने हाथों से फूलों को परागित (Hand pollinated) कर सकते हैं। इससे आपके टमाटर के पौधे में फल बनने लगेंगे।

कैसे होता है टमाटर में परागण?
घर के बगीचे या टेरिस गार्डन में लगे टमाटर के पौधे में स्व परागण (Self-Pollination) होता है क्योंकि टमाटर के एक ही फूल में नर तथा मादा भाग दोनों होते हैं, जब पौधे के आस-पास हवा का प्रवाह या फूल पर कोई कीट जैसे मधुमक्खी, तितली और अन्य पोलिनेटर बैठते हैं, तब टमाटर के फूल के पराग कण कीटों या हवा के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान चले जाते हैं, जिससे पौधे के फूलों में परागण हो जाता है और टमाटर के पौधों में फल लगने शुरू हो जाते हैं। आप टमाटर के पौधों को अपने हाथों से भी परागित कर सकते हैं।

क्यों जरूरी है टमाटर में परागण?
गमले या ग्रो बैग में लगे टमाटर के पौधों में परागण के बिना फल लगना संभव नहीं है, इसलिए टमाटर के पौधों को परागित करना बहुत जरूरी होता है। परागण के प्रक्रिया में टमाटर के फूल पूरी तरह से विकसित होकर फल का रूप ले लेते हैं।

अपने हाथों से कैसे करें परागण?
अगर आपके बगीचे में पॉलिनेटर्स नहीं आ रहे हैं, जिसके कारण आपके टमाटर के पौधे में परागण नहीं हो रहा है, तो आप टमाटर के पौधे के फूलों को अपने हाथों से भी परागित कर सकते हैं। टमाटर के पौधे को हाथ से पॉलिनेट अर्थात् परागित करने के लिए आपको पौधे के तने को पकड़कर धीरे-धीरे हिलाना है। इससे पौधे में फूलों को परागित करने वाली कोमल हवा का प्रवाह होता है। इसके अलावा टमाटर के एक ही फूल में नर तथा मादा भाग दोनों होते हैं, इसलिए पराग कण आसानी से ट्रांसफर हो जाते हैं। हैंड पॉलिनेशन (Hand pollination) की प्रक्रिया को प्रति दिन कुछ बार दोहरायें, जिससे टमाटर के फूल अपने पराग को छोड़ेंगे और पॉलिनेट होंगे। ध्यान रहे कि टमाटर के पौधों को परागित करते समय फूलों को कोई नुकसान न हो।

परागित करने के अन्य तरीके
फूँक मार कर परागण: अगर आपका पौधा बड़ा है, तो आप प्रत्येक फूल को फूंक मारकर हिला सकते हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से फूल परागित होकर फलों का उत्पादन करेंगे, लेकिन ध्यान रखें कि टमाटर के पौधे को हिलाते समय पौधे को कोई हानि न हो।

पेंट ब्रश: टमाटर के फूल को परागित करने के लिए एक छोटे से पेंटब्रश का भी उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए टमाटर के फूल को हाथ का सहारा देकर ऊपर की ओर उठाएं और फूल के प्रत्येक भाग पर पेंट ब्रश से स्पर्श करें। ऐसा करने से फूलों के पराग कण एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ट्रान्सफर हो जायेंगे। सभी फूलों को परागित करने के लिए यह प्रक्रिया प्रत्येक फूल पर करें। यदि आप क्रॉस-पॉलिनेशन (cross pollination) करना चाहते हैं, तो आप दो पौधों के बीच इसी प्रक्रिया को कर सकते हैं। बता दें कि प्लास्टिक के रेशे वाले ब्रश की अपेक्षा प्राकृतिक रेशे से बने ब्रश का इस्तेमाल करने से पॉलिनेशन (Pollination) तेजी से होता है।

कॉटन बड: टमाटर के फूलों को परागित करने के लिए आप कॉटन अर्थात रुई या क्यू-टिप का इस्तेमाल कर सकते हैं। कॉटन के रेशे में फूलों के पराग आसानी से चिपक जाते हैं और एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ट्रांसफर हो जाते हैं। टमाटर के फूलों को परागित करने के लिए प्रत्येक फूल के वर्तिकाग्र (stigma) व पंखुड़ी को कॉटन से स्पर्श करें। कॉटन या रुई के माध्यम से पराग आसानी से स्थानांतरित हो जाते हैं, जिससे टमाटर के पौधे में फूल से फल बनने लगते हैं।

टूथब्रश: टमाटर के पौधे में परागण (pollination) कराने के लिए आप टूथब्रश का उपयोग भी कर सकते हैं। टूथब्रश को टमाटर के फूलों पर धीरे से स्पर्श करते हुए चलाएं क्योंकि ऐसा करने से फूल के पराग (pollen) स्थानांतरित हो जाते हैं और कुछ समय बाद टमाटर (tomato) के पौधे में फल आने लगते हैं।

पॉलिनेशन स्प्रे: टमाटर के पौधे परागण के बिना भी फल दे सकते हैं। इसके लिए पौधे के फूलों पर कृत्रिम हार्मोन का स्प्रे किया जाता है, जिससे टमाटर के पौधों में फूलों से फल बनने लगते हैं। बिना पॉलिनेशन के पौधों में फलों के विकास को पार्थेनोकार्पी (parthenocarpy) कहा जाता है। टमाटर के पौधे में फूलों को परागित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले स्प्रे को “ब्लॉसम सेट” कहा जाता है। जब टमाटर के फूलों में ब्लॉसम सेट का स्प्रे किया जाता है, तो ऑक्सिन हार्मोन (Auxin Hormone) उत्पन्न होता है। यह हार्मोन टमाटर के पौधे को यह अनुभव कराता है कि फूल में परागण हो चुका है और परिणामस्वरूप पौधे में फल लगने लगते हैं।