किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए जागरूक कर रही हरियाणा सरकार
नई दिल्ली। हरियाणा सरकार अपने राज्य में कृषि को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इसकी जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर से शिष्टाचार भेंट के उपरांत दी।
तोमर ने हरियाणा सरकार की कई योजनाएं मसलन – “मेरा पानी-मेरी विरासत”, जल संरक्षण व फसल विविधीकरण के लिए चलाई गई योजना, मोटा अनाज, किसानों द्वारा फसल विविधीकरण को अपनाने की पहल को सरहाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कार्यशैली की प्रशंसा की और साथ ही उनको धरातल पर सफल कार्यान्वयन करने की बधाई दी।
मनोहर लाल ने कहा “हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है और अपने मेहनती किसानों के बल पर राज्य कृषि क्षेत्र में नई ऊंचाइयां प्राप्त कर रहा है। प्रदेश सरकार ने पिछले लगभग 9 सालों में किसानों के कल्याण के लिए नई-नई योजनाएं चलाई हैं और केंद्र सरकार की योजनाओं को भी राज्य में ज्यों का त्यों लागू किया है। प्रदेश सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए भी जागरूक कर रही है ताकि खाद्यान्न उत्पादन में कीटनाशकों का कम से कम प्रयोग हो।”
मनोहर लाल ने कहा कि किसानों को परंपरागत फसलों की खेती की बजाय बागवानी फसलों की खेती करने के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है क्यूंकि परंपरागत फसलों के अलावा बागवानी फसलों का भी कृषि क्षेत्र में एक अहम हिस्सा होता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2030 तक बागवानी क्षेत्र को 22 लाख एकड़ करने व उत्पादन को तीन गुणा करने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके साथ साथ जल संरक्षण को बढ़ाने के लिए भी सिंचाई हेतु फ्लड सिंचाई के जगह पर सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को अपनाने की घोषणा की है, जिसके लिए किसानों को सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि किसान भी इन योजनाओं में बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे हैं। सूक्ष्म सिंचाई को अपना कर सरकार का सहयोग कर रहे हैं, जिससे पानी की बचत तो हो ही रही है, साथ ही उत्पादन भी दोगुना हो रहा है।