भिवानी के गिगनाऊ गांव में होगा 25 व 26 नवंबर को बागवानी किसान मेले का आयोजन, कृषि मंत्री जेपी दलाल ने लिया तैयारियों का जायजा
नई दिल्ली। भिवानी के गिगनाऊ गांव में स्थित बागवानी उत्कृष्टता केंद्र में 25 व 26 नवंबर को बागवानी किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन को लेकर विभाग के महानिदेशक डॉ अर्जुन सैनी व बागवानी अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मेले की तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने भी वहां दौरा किया। कृषि मंत्री ने कहा कि मेले में आने वाले किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी की जाएं।
जेपी दलाल ने कहा कि मेले में आने वाले किसानों को खजूर की खेती के बारे में पूरी जानकारी दी जाए ताकि इस क्षेत्र के किसान खजूर की खेती करके अपनी आय में कई गुना बढ़ोतरी कर सकें। उन्होंने कहा कि गिगनाऊ के बागवानी केंद्र को प्रदेश में सर्वोच्च केंद्र बनाया जाए ताकि किसान बागवानी, फल, फूल व सब्जी आदि की खेती की पूरी जानकारी लेकर इसकी खेती कर सकें। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि, बागवानी की सभी स्कीमों की जानकारी दी जाए ताकि वह उसका फायदा उठाकर अपनी आय को बढ़ा सकें। साथ ही मेले में आने वाले किसानों के बैठने, जलपान, पेयजल, पार्किंग आदि की सभी व्यवस्थाएं होनी चाहिए, जिससे किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
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गांव गिगनाऊ का अर्धशुष्कीय इंडो-इस्राइल बागवानी उत्कृष्टता केंद्र और गांव गोकुलपुरा का मोटे अनाज का अनुसंधान केंद्र किसानों की आय बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा। गिगनाऊ के अर्धशुष्कीय इंडो-इस्राइल बागवानी उत्कृष्टता केंद्र में सब्जी की पौध तैयार हो चुकी हैं, जो किसानों को 75 प्रतिशत के अनुदान पर दी जाएगी। इस बागवानी उत्कृष्टता केंद्र पर उत्तम किस्म के फल, फूल और सब्जियों की हर साल 35 लाख पौध तैयार होंगी। यहां से पौध खरीदने वाला किसान हरियाणा का वासी होना जरूरी है।
जेपी दलाल ने कहा कि गांव में विकास कार्यों के बारे में ग्राम दर्शन पोर्टल पर अपलोड करें ताकि उनको योजनाबद्ध तरीके से पूरा करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि गांव में विकास कार्यों की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। प्रदेश सरकार गांव के समग्र विकास के प्रति वचनबद्ध है।
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गौरतलब है कि आगामी 25 और 26 नवंबर को गांव गिगनाऊ के अर्धशुष्कीय इंडो-इस्राइल बागवानी उत्कृष्टता केंद्र में किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है, जहां पर किसानों को खेती से संबंधित नई-नई जानकारी मिलेंगी। इसी प्रकार सरकार द्वारा वर्ष 2023 को मोटे अनाज का पोषक वर्ष घोषित किया गया है। इसका सीधा लाभ दक्षिण हरियाणा के किसानों को मिलेगा। इस क्षेत्र में किसानों द्वारा पैदा किया जाने वाला बाजरा जहाजों के माध्यम से विदेशों में निर्यात होगा, जिससे निश्चित तौर पर किसान की आय बढ़ेगी।