अपने घर पर कैसे लगाएं उपयोगी फूल अपराजिता
नई दिल्ली। बटरफ्लाई पी, नीलकंठ तथा कई अन्य नामों से विख्यात अपराजिता के पौधे को आप अपने गमले में भी लगा सकते हैं। यह नीले, बैगनी और सफेद रंग का होता है। मान्यता है कि अपराजिता का पौधा जिस घर में लगाया जाता है वहां सुख-समृद्धि बनी रहती है। अगर आप अपने घर पर गमले में अरराजिता का फूल खिलाना चाहते हैं तो नर्सरी टुडे की यह स्टोरी आपके लिए बहुत जरूरी है। तो आइए जानते हैं कि कैसे गमले में अपराजिता का पौधा लगाया जाता है।
ईशान कोण पर लगाएं अपराजिता
वास्तुशास्त्र के अनुसार यदि आप अपराजिता के पौधे को घर में लगाने की सोच रहे हैं, तो इसके लिए सबसे उत्तम दिशा घर की पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा होती है। उत्तर पूर्व दिशा को ईशान कोण कहते हैं। मान्यता है कि ईशान कोण सबसे उचित दिशा होती है, इसलिए घर की सुख-समृद्धि के लिए अपराजिता के पौधे को इस दिशा में लगाना शुभकारी होता है।
अपराजिता से संबंधित जानकारी
अन्य नाम- बटरफ्लाई पी, नीलकंठ का पौधा, शंखपुष्पी
वैज्ञानिक नाम- क्लिटोरिया टर्नेटिया
मिट्टी का पीएच- 5.5 – 8.9 PH
अपराजिता के फूल खिलने का समय – बारहमासी
फूलों का रंग- नीला, बैगनी, सफ़ेद
इन बातों का रखें ध्यान
सबसे पहले नर्सरी से पौधा लाए।
एक बड़ा गमले का चुनाव करें।
गमले में मिट्टी और खाद को मिला दें।
अपराजिता पौधा लगाने के लिए उपजाऊ मिट्टी का प्रयोग करें।
5.5 से 8.9 ph मान वाली मिट्टी उप्युक्त है।
बटरफ्लाई पी के पौधों में गोबर का उपयोग करना अच्छा होता है।
बीज से कैसे लगाएं अपराजिता
अपराजिता लगाने के लिए 9 x 9 इंच या इससे अधिक गहराई वाले गमले का चयन करें।
मिट्टी का मिश्रण तैयार कर गमले में भरें और मिट्टी में उँगली से 3-4 इंच की दूरी पर एक इंच का छेद करके उसमें बीज डालें।
जब इन बीजों की नर्सरी तैयार हो जाने के बाद इसे दूसरे गमले में लगा सकते हैं।
बीज लगे गमले की मिट्टी में नमी बनाएं रखें।
बीज अंकुरित होने के बाद अपराजिता के पौधों से फूल खिलने में 6 से 8 महीने का समय लगता है।