तुलसी के पौधे को शीतलहर से कैसे बचाए
नई दिल्ली। मौसम के बदलने का असर केलव मनुष्य पर नहीं पड़ता इसका असर पेड़-पौधों पर भी पड़ता है। खासतौर पर सर्दियों के मौसम में रात में गिरने वाली ओस पेड़ों की सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक होती है। तुलसी के पौधे ठंड़ में सुखने लगते है।तुलसी का पौधे सभी के घरों में लगाए जाते हैं। क्योंकि यह लोगों की आस्था से जुड़ी हुई होती है। मगर सर्दियों के आते ही तुलसी का पौधा खराब होना शुरू हो जाता है। तो आइए जानते है कि तुलसी की पौधों को ठंड़ के दिनों में कैसे बचाए।
ठंड के दिनों में तुलसी की पौधों को कपड़े से ढक के रखना चाहिए। इस विधि से तुलसी की पौधों को ठंड से बचाया जाता है। इतना ही नहीं आप जिस गमले में तुलसी का पौधा लगा है, उसकी मिट्टी को सूखी घास या भूसे से ढक देना चाहिए इससे पौधे को गरमाहट मिलती है।
इस विधि का करें प्रयोग
पानी में हल्दी घोल कर तुलसी के पौधे पर स्प्रे करें, जिससे तुलसी के पत्तों में लगे कीड़े मर जाएंगे।
पानी में किटनासक मिला कर भी आप इस मिश्रण का छिड़काव कर सकते हैं।
अगर आप गमले में तुलसी का पौधा लगाए है तो आप इसे सूर्य के प्रकाश रखे।
तुलसी के पौधों में ठंड़ कवक संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। जिसके कारण आप तुलसी के पौधों में हमेशा फोरेट या अन्य किसी प्रकार का किटनासक का प्रयोग कर सकते हैं।
नीम के पत्ते या नीम के खली को भी आप तुलसी के पौधे के जड़ में डाल सकते हैं, यह संक्रमण को रोकने में सहायक होता है।
प्रयास करें की ठंड के मौसम में सुबह-सुबह पानी नहीं डालना चाहिए। ज्यादा पानी डालने के कारण तुलसी का पौधा सुख भी सकता है।