बदलते समय में युवा वर्ग का रुझान कृषि बागवानी में
नई दिल्ली। आज के बदलते समय में किसान पारंपरिक खेती से दूरी बना रहे है।अब युवा वर्ग एग्रीकल्चर फील्ड और बागवानी में अपना भविष्य बना रहे हैं। बहुत सारे मामले देखने को मिलते है, जिसमें युवा वर्ग अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद लाखों का पैकेज छोड़ जैविक खेती एवं आधुनिक खेती करते हैं।
राजस्थान के अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ गांव के निवासी रघुराज ने 12 लाख का पैकेज छोड़ घर में ऑर्गेनिक खेती से सब्जिया उगा रहे हैं। आज खेती के साथ-साथ आस-पास के किसानों को बागवानी करने की ट्रेनिग भी देते हैं। इसके साथ-साथ ही रघुराज जैविक दवाईयां भी तैयार करते हैं। रघुराज कहते हैं कि जिस तरह मैंने कुछ अलग हटकर सोचा, इस तरह आजकल के युवा एग्रीकल्चर फील्ड में कुछ अलग हटकर सोच लें उन्हें नौकरी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
राजस्थान के उद्याण विभाग के उपनिर्देशक के एल मीणा के अनुसार आज प्रदेश के युवा लाखों की पैकैज को छोड़कर खेती कर रहे है और अपना भविष्य बना रहे हैं। इससे उनकी भविष्य भी बेहतर बन रहा हैं। आजकल के युवाओं में टेक्नोलॉजी का ज्ञान हैं। इसके कारण वह पॉलीहाउस लगाकर अच्छी खेती कर रहे हैं। हाई वैल्यू की क्रॉप ले सकते हैं।