आम में मंजर आने के बाद इन बातों का रखें खास ध्यान
नई दिल्ली। फरवरी और मार्च में आम के पेड़ में मंजर आने के बाद सरसों के आकार का दाना आना शुरू हो जाता है। बेहतर उत्पादन लेने के लिए इसका देखभाल करना बेहद आवश्यक होता है। अगर आप ध्यान नहीं देंगे तो इसमें कीट लगने के बाद सुखने लगता है। तो चलिए जानते है कि आम में दाना आने के बाद कीट से कैसे बचाया जा सकता है।
विशेषज्ञ के अनुसार जिस समय पेड़ों पर मंजर लगा हो तथा खिल गया हो, उस समय किसी भी कीटनाशक दवा का छिड़काव नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका परागण हवा या मधुमक्खियों के द्वारा होता है। अगर मंजर के समय कीटनाशक का छिड़काव कर दिया गया तो मधुमक्खियां मर जाएंगी और मंजर पर छिड़काव से नमी होने के कारण परागण ठीक से नहीं हो पाएगा जिससे फल बहुत कम आएंगे।
आम के बागवानी में सबसे अधिक भुनगा कीट होते है, यह छोटे-छोटे आकार के होते है। आम जब मंजर के बाद सरसों के आकार का होता है तो भुनगा कीट उसके रस चूसकर हानि पहुंचाते हैं। इसके बाद आम छोटे आकार में ही सूख जाता है। बागवावी विशेषज्ञ के अनुसार बिवेरिया बेसिआना फफूंद पांच ग्राम को एक लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें। इसके अलावा नीम तेल तीन मिली प्रति लीटर पानी में घोल कर इसका छिड़काव करना चाहिए।