कम लागत में बंपर पैदावार: छपरा में ‘देशी केले’ की खेती का जादू

छपरा: छपरा के किसान साग-सब्जी की खेती के साथ-साथ बागवानी कर के भी अच्छी कमाई कर रहे हैं। रिविलगंज प्रखंड के कचनार गांव के रहने वाले नागेंद्र राम को पढ़ाई के बाद नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने केला की बागवानी शुरू कर दी। इससे उन्हें काफी अच्छी कमाई हो रही है। उन्होंने अपने 10 कट्ठा जमीन पर सब्जी बनाने वाला देशी केला लगाया है। इसका आकार काफी बड़ा होता है, और इसका साइज 3.5 फीट से लेकर 4.5 फीट तक का होता है। आकार बड़ा होने की वजह से व्यापारी ज्यादा पैसे देते हैं। यही कारण है कि किसान इस वैरायटी का केला लगाकर ज्यादा कमाई कर रहे हैं।

इस वैरायटी को लगाने में खर्च भी काफी कम होता है। इसे लगाते समय गोबर से बने घरेलू खाद का इस्तेमाल किया जाता है और गर्मी के मौसम में हल्का पानी दिया जाता है। कम खर्च में ही इस वैरायटी का फल काफी अच्छा होता है, जिससे किसान अच्छी आमदनी कर रहे हैं। जिसके वजह से अधिक पैसा किसानों को मिलता है. यही वजह है कि किसान इसका बागवानी लगाना पसंद करते हैं ।

Also Read: हिमाचल प्रदेश मे जल्द लागू होगी बागवानी नीति, इससे 82,500 लोगों को मिलेगा रोजगार

आगे किसानो ने बताया कि गर्मी के मौसम में एक से दो बार हल्का पानी दिया जाता है, और घास समय-समय पर साफ करना पड़ता है । इतना ही मेहनत और खर्चे में बंपर फलन होता है । मार्किट में इसका फलन भी काफी महंगे दर पर बेचा जाता है । किसानो आगे यह भी कहा कि सभी वैरायटी के केले से अधिक फलन इस देशी केले के पेड़ में होता हैं । जिसके वजह से अधिक पैसा किसानों को मिलता है । यही वजह है कि किसान इसका बागवानी लगाना पसंद करते हैं ।