नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने औद्योगिक क्षेत्रों में धूल और अन्य प्रदूषकों पर नियंत्रण के लिए एक नई पहल की है। अब इन इलाकों में ट्रकों पर लगी मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात की जाएंगी। सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है और आठ मोबाइल एंटी-स्मॉग गन किराए पर लेने की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही उपयुक्त ठेकेदार की नियुक्ति कर इन गनों को तैनात किया जाएगा।
ट्रकों पर लगे एंटी-स्मॉग गन दो शिफ्टों में काम करेंगे। पहली शिफ्ट सुबह 3 बजे से 7 बजे तक चलेगी। दूसरी शिफ्ट हर कार्य दिवस पर चार गैर-व्यस्त घंटों के दौरान की जाएगी। इन ट्रकों से औद्योगिक क्षेत्रों की सड़कों पर पानी का छिड़काव होगा, जिससे धूल उड़ेगी नहीं और प्रदूषण कम होगा।
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ट्रक शिफ्ट के दौरान साइट से बाहर नहीं जाएंगे। इसलिए संबंधित ठेकेदार ही पानी की पूरी व्यवस्था करेगा। छिड़काव के लिए केवल गैर-पेयजल का ही उपयोग होगा, जो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट या औद्योगिक अपशिष्ट उपचार संयंत्रों से आएगा।
हर ट्रक में GPS सिस्टम लगा होगा, जिससे उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी। उद्योग विभाग के इंजीनियर इन ट्रकों की निगरानी कर सकेंगे और उन्हें साप्ताहिक डेटा भी मिलेगा।
पूरे साल में मानसून के दो महीनों को छोड़कर यह अभियान 10 महीनों तक चलेगा। आठ स्मॉग गन में से दो को रिजर्व में रखा जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सके। ठेकेदार की नियुक्ति के एक सप्ताह बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। इस योजना पर करीब 2 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।